आई ए एस पहुंचे बिहार विधान सभा ….

बिहार में आईएएस के गिरफ्तारी मामले ने तूल पकड़ा है।एक अजीब सी स्थिति सरकार बनाम अधिकारी की।सड़क पर उतरे आईएएस और मामला सदन तक जा पहुंचा है।बिहार में चल रहे सदन के सत्र में मचा बवाल और आईएएस के पक्ष में बिहार सदन दो धरे में बंटा।आईएस अधिकारी भी सदन के दरवाज़े पहुंचे।
बिहार में आईएएस के आंदोलन से एक नयी परिस्थिति आ गयी है।राजभवन के बाहर शुरू हुए आंदोलन में सड़क पर उतरे आईएएस ने बिहार की राजनीति को नया रंग दे दिया। स्थिति ये की अब आईएएस अधिकारी काला बिल्ला लगा काम कर रहे हैं और विधान सभा अध्यक्ष के पास पहुंचे अपनी गुहार लगाने।
बिहार विधानमण्डल का बजट सत्र चल रहा है और सत्र के दूसरे दिन ही मिला विपक्ष को एक बड़ा मौका।इधर एस आई टी की जो टीम पेपर लिक की जांच कर रही वो भी विधानसभा पहुंचे।पुलिस एक तरफ और अधिकारी मोर्चा खोले तैयार।आईएएस के बहाने निशाने पर सरकार।जबरदस्त प्रदर्शन और सरकार से जवाब की मांग।पेपर लिक मामले में सीबीआई जांच पर अड़ी ।
बिहार में जब नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री बने तो बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग के गिरफ्तार अध्यक्ष सुधीर कुमार को गृह सचिव बनाया था।अब जब वो सुधीर कुमार जेल में और उनके पक्ष में आईएएस तो इन्हें भी मिला मौका।
इधर आईएएस के इस आंदोलन ने एक मुश्किल सरकार के लिए ला दिया है।सरकार खामोश किसी को जवाब नही समझ रहा। पार्टी के प्रवक्ता किसी तरह कर रहे हैं बचाव।
तो आईएएस के गिरफ्तारी ने बिहार के आईएएस अधिकारीयों को ऐसा एकजुट किया की अब मामले ने सरकार को मुश्किल में डाल रखा है।जिस पेपर लिक में लगातार गिरफ्तारियों से सरकार अपना पीठ थपथपा रही थी,एक गिरफ्तारी ने खेल बदल दिया।