ट्रंप के ट्रंप कार्ड पर बवाल
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जिहादी आतंकवाद पर लगाम लगाने की पहल शुरू कर दी है और सात मुस्लिम देशों पर फिलहाल तीन महीने का प्रतिबन्ध लगा दिया है | जिन सात मुस्लिम देशों के नागरिकों पर प्रतिबन्ध लगाया गया है वे हैं ….ईरान , इराक ,सीरिया , लीबिया ,यमन ,सूडान और सोमालिया | ट्रंप के आदेश में स्पष्ट कहा गया है कि , फिलहाल ये प्रतिबन्ध ९० दिनों का है लेकिन इसकी अवधी बढाई भी जा सकती है | पाकिस्तान , अफगानिस्तान और सऊदी अरब को फिलहाल निगरानी सूचि में डाला गया है | इसी के साथ ट्रंप ने अमेरिका के शरणार्थी पुनर्वास कार्यक्रम पर भी चार महीने की रोक लगा दी है | इसके कारण अब चार महीने तक अमेरिका में किसी भी देश के शरणार्थी प्रवेश नहीं कर सकेंगे |
चुनाव के दौरान ही ट्रंप ने यह कह दिया था की राष्ट्रपति बनते ही वो कट्टरपंथी मुस्लिमों के प्रवेस पर रोक लगायेंगे | उस वक़्त भी ट्रंप को आलोचना का शिकार होना पड़ा था और इस घोषणा के बाद तो उनकी विपक्षी डेमोक्रटिक पार्टी सहित दुनिया के कई देशों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है | अमेरिकी न्यायालयों सहित वहां की जनता ने भी बड़ी संख्या में सडक पर उतर कर इसका विरोध शुरू कर दिया है | वैसे इसका अनुमान खुद ट्रंप को भी ओःले से था | सात पर रोक के अलावा अन्य देशों से अमेरिका आने वालों की भी कड़ी जांच की जायेगी | ट्रंप के इस फैसले से इस्लामी आतंकी संगठनो को प्रश्रय देने वाले पाकिस्तान पर काफी दवाब आ गया है जबकि ईरान ने अपने देश में अमेरिकियों के प्रवेश पर रोक लगा देने की चेतावनी दी है |
ट्रंप ने स्पष्ट कहा है कि ,” अब हम कट्टपंथियों को अमेरिका में नहीं देखना चाहते हैं | जिन विदेशी लोगों ने वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर और उसके बाद के हमलों को अंजाम दिया , वे कट्टरपंथी अमेरिका में पर्यटन , पढाई और नौकरी इत्यादि का वीजा लेकर ही आये थे “ | ट्रंप ने साफ़ –साफ़ कहा है कि हम ऐसे देश के लोगों को अपने यहाँ देखना चाहते हैं जो अमेरिकियों को प्यार दें और उनका साथ दें | उन्होंने कहा की , “ हम ऐसे देशों के लोगों को अमेरिका में नहीं बुलाना चाहते जो विदेशों में हमारे सैनिकों के लिए खतरा बने हुए हैं और लगातार उनसे लड़ रहे हैं “| ट्रंप ने कह की ,” हम वर्ल्ड ट्रेड सेंटर और पेंटागन के शहीदों को भूल नहीं सकते | हम उन्हें केवल मौखिक श्रधांजलि नहीं दे सकते ,हमें और शहादत रोकने के लिए कुछ करना भी है “| फिलहाल ट्रंप ने अपनी चुनावी घोषणा पर अमल कर इतना सन्देश तो दे ही दिया है कि आने वाले वक़्त में न सिर्फ एशियाई बल्कि यूरोपीय देशों में भी उथल _ पुथल के दौर की शुरुआत होने वाली है | अंजाम क्या होगा इस पर अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी |