नोटबंदी के खिलाफ धरनाः जया बच्चन भी पहुंचीं, ममता बोलीं- मोदीजी चुनाव कराकर देख लीजिए, देखते हैं कौन वोट देता है

नई दिल्ली. नोटबंदी के खिलाफ अपोजिशन का विरोध जारी है। बुधवार को टीएमसी की ओर से जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया जा रहा है। रैली में ममता बनर्जी को जेडीयू और सपा का साथ मिला। इस दौरान ममता ने कहा, ”हिम्मत है तो इसी समय इलेक्शन करवाइए, देखते हैं कौन जनता आपको वोट देती है। मोदीजी आपने 8 तरीख को 8 बजे देश का 12 बजा दिया।” बता दें कि ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, राहुल गांधी जैसे नेता नोटबंदी का विरोध कर रहे हैं। ममता ने कहा- अच्छे दिन के लिए पहले वोट लिया, फिर जनता का नोट लूट लिया…
– ”हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई, गरीब, दुकानदार, किसान सबसे पूछ लो।”
– ”स्विस बैंक में जिसका रुपया है, क्या एक भी रुपया आप लाए स्विस बैंक से। किसका लूटा पैसा, किसान का लूटा, आम जनता, नौजवान को लूटा, महिलाओं को परेशान किया।”
– ”पावर में रहने से आंखें और कान बंद हो जाते हैं। इतनी बड़ी अकड़ है इनमें।”
– ”सरकार विश्वास खो चुकी है और अगर विश्वास चला जाता है तो सबकुछ चला जाता है।”
– ”इतना दंभ क्यों है कि आप जनता से अपने फैसले के लिए माफी नहीं मांग सकते हैं।”
– ”सबको बोल रहे हैं ममता की पार्टी को परेशान करो, ममता को परेशान करो। हमें जेल में डाल दो जीवन भर संघर्ष किया है। हम कुछ दिन जेल में रह लेंगे।”
– ”चैलेंज कर रहे हैं आपको कोई नहीं देगा वोट, बीजेपी का वर्कर भी नहीं देगा वोट। अच्छे दिन के लिए पहले वोट लिया, फिर जनता का नोट लूट लिया।
– ”ये सरकार सामंतवादी प्रथा लाई है, जहां गरीबों का पैसा छीन लिया जाता है।”
मोदी ने कहा- दुर्भाग्य है कि कुछ लोग ब्लैकमनी के पक्ष में मैदान में उतरने की हिम्मत कर पा रहे
– दिल्ली में एक प्रोग्राम के दौरान पीएम ने कहा, ”लोगों को करप्शन के खिलाफ व्यक्तिगत जीवन में कुछ सहन करना पड़ता था तो करते थे। लेकिन कहते थे- मैं पैसा नहीं दूंगा।”
– ”फिर वक्त बदला। लोग कहने लगे कहां दुनिया को सुधारने जाएंगे, पैसा लो, मेरा काम करो। मूल्यों में गिरावट आने लगी। वक्त बदला, तब करप्शन मुद्दा ही नहीं रहा।”
– ”मैं देख रहा हूं दुर्भाग्य कि आज ये हिम्मत हुई कि सार्वजनिक जीवन में लोग करप्शन, ब्लैक मनी के पक्ष में खुलेआम मैदान में उतर रहे हैं। किसी भी देश के लिए मूल्यों का पतन सबसे बड़ा संकट होता है।”
– ”जो आज 80 साल के होंगे, उनके जमाने में भी एक-दो चोरी करते थे। पर छुप-छुप के। ऐसा करने वाला एक मोरल प्रेशर में जीता था।”
– ”धीरे-धीरे वक्त बदला। फिर चोर हाथ में लिखकर जाने लगे। वह एग्जाम में मजबूरन चोरी कर लेता था, लेकिन फिर भी चाहता था कि किसी को पता न चले।”
– ”वक्त इतना बदलता गया और अब ऐसा करने वाले लोग टेबल पर छुरा रखते हैं और खुलेआम चोरी करते हैं।”
– ”ये जो मूल्यों का पतन है ये इस देश का दुर्भाग्य है। इस मानसिकता के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा। लड़ना पड़ेगा।”
मोदी ने देशभर में भेजे 89 आईएएस अफसर
– नोटबंदी के बाद हालात जानने के लिए पीएम मोदी ने 89 आईएएस अफसरों को देशभर में भेजा है।
– अफसरों ने मंगलवार को खुद को आवंटित राज्यों में पहुंचकर लोगों से बातचीत शुरू कर दी। उनका काम बुधवार को भी जारी रहेगा।
– इसके बाद सभी अफसर वित्त मंत्रालय को रिपोर्ट देंगे। सबकी रिपोर्ट मिलाकर 28 नवंबर को पीएम को सौंपी जाएगी।

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