पटना का डर्टी टीचर
लडकिया उसे “सरजी” की नाम से जानती थी और सरजी के लिए जान भी देने को तैयार रहती थी यही नहीं इसके लिए तो बजाप्ता लडकियों ने स्टाम्प पेपर पर बांड तक लिख कर दे दिया था की उनकी जिंदगी इस “सरजी” को समर्पित है लेकिन यह सरजी नहीं बल्कि एक ऐसा घिनौना इन्सान है जिसने कई लडकियों की जिंदगी को बर्बाद कर दिया था . यह पटना का एक ऐसा डर्टी टीचर निकला जिसने गुरु शिष्य की मर्यादा को तार तार कर दिया .इसकी हकीकत जानकार आप भी हैरत में पड़ जायेंगे ..जिस तरह से यह लडकियों से बांड भरवाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था उसे जानकार आप भी दंग रह जायेंगे .यह टीचर नहीं बल्कि जिस्म की मंडी का बड़ा सौदागर था ..
”मै.ए कुमारी (परिवर्तित नाम ) मै अपनी मर्जी से बिना किसी दबाव में आये ये शपथ पत्र लिखती हु की मै संजय कुमार पाण्डेय को अपने दोस्त के रूप में आजीवन सेवा करुँगी .इनकी कोई संतान नहीं है .उसकी जगह पर मै अपना पूरा जीवन समर्पित करती हु .इनकी हर आज्ञा का पालन करुँगी .मै इनकी किसी आज्ञा का अनादर नहीं करुँगी कोई छल कपट नहीं करुँगी ..अगर मै उपयुक्त शब्दों का पालन नहीं करुँगी तो मुझ पर क़ानूनी कारवाई की जा सकती है .” यह उस बांड पत्र का मजमून है जो एक शिष्या ने अपने शिछक को लिख कर दिया है . आप अंदाजा लगा सकते है की इस शिछक की क्या मानसिकता थी .इस तरह के कई बांड पेपर इस कलियुगी टीचर के पास से मिले है . यकीन न हो तो इस तरह के बांड पत्रों को आप खुद देख ले .
अब आपको बताते है की आखिर यह डर्टी टीचर पटना पुलिस की गिरफ्त में कैसे आया .दरअसल पटना के एसएसपी मनु महाराज को सुचना मिली की पटना रूपसपुर में रहने एक अपार्टमेंट में रहने वाला संजय पाण्डेय अपने फ़्लैट में कुछ गलत काम करता है . उसके फ़्लैट में गलत प्रविर्ती के लोग आते है जिनमे कई लडकिय भी होती है . इस सुचना के बाद स्थानीय पुलिस को सादे लिबास में तैनात कर दिया गया. सोमवार को गयारह बजे फिर उसके फ़्लैट में कुछ संदिग्ध लोग जाने के लिए जब गार्ड ने उन्हें रोका तो संजय पाण्डेय भी निचे आ गया और गार्ड से उलझ गया इस बीच वहा तैनात पुलिस कर्मी भी आ गए . जब संजय पाण्डेय के फ़्लैट की तलाशी ली गई तो एक कमरे में एक लड़की भी मिली जो काफी डरी सहमी थी जबकि संजय ने नीचे पुलिस को बताया था की वह फ़्लैट में अकेले रहता था . संजय के फ़्लैट में तलाशी के दौरान कई आपतिजनक सामान के अलावा कई बांड पेपर भी मिले है जिसमे कई लडकियों की तस्वीर थी . पुलिस को समझते देर न लगी की यह मामला अलग है ..जब पुलिस ने फ़्लैट में मौजूद लड़की से पूछताछ की तो उसने संजय पाण्डेय का कच्चा चिटठा खोल दिया …
उक्त लड़की ने बताया की संजय पाण्डेय से उसकी पहचान एक टीचर के रूप में हुई थी . वह पटना जॉब के सिलसिले में आई थी इसी दौरान उसकी मुलाकात संजय पाण्डेय से हुई थी . उसने बताया था की उसका पटना में दो तीन गर्ल्स हॉस्टल चलता है तुम्हे रहने खाने की दिक्कत नहीं होगी.और भी कई लडकिया उसके संपर्क में रही थी जिससे उसने मिलवाया था .संजय पाण्डेय ने उससे कहा की उसकी कोई संतान नहीं है पत्नी भी नहीं है तुम होस्टल में नहीं मेरे साथ रहो लेकिन उसने इनकार कर दिया . एक दिन एस एस सी का फॉर्म भरने के बहाने घर पर बुलाया और कोल्ड ड्रिंक्स में नशे की गोली मिलकर उसके साथ गलत काम किया और सुका वीडियो बना लिया . वीडियो बनाने के बाद वह उसे ब्लैकमेल करने लगा .और फिर अपने चार पांच साथियों के साथ भी गलत सम्बन्ध बनाने पर मजबूर कर दिया . जब इनकार करती तो वीडियो में सोशल साईट पर अपलोड के साथ ही घर वालो को दिखा देने की धमकी देता था .जिस कारन वह मजबूर थी .पीडिता के अनुसार उसने कई और लडकियों से भी बांड भरवाकर और उनका वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था .\
दरअसल छानबीन में सामने आया की पटना में बाहर से आने लडकियों को अपने होस्टल में रूम देता था और फिर उन्हें ट्यूशन और नौकरी के नाम पर पहले झांसा में लेता था और फिर उनका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता था . इन सब काम के लिए ही उसने अपना फ़्लैट ले रखा था . जो लडकिय उनके जाल में नहीं फंसती थी उनके घरवालो को गलत गलत जानकारी देकर उन्हें डराता था .
.हालाँकि पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद इस डर्टी टीचर का अंदाज ही बदल गया .आखिया क्या कहता है जरा आप भी सुन लीजिये …यह खुद को टीचर बताता है कहता है यह लडकियों को बैंकिंग और दूसरी परिछाओ की तैयारी करवाता था .लेकिन बांड पेपर के नाम पर चुप्पी साध लेता है .
बहरहाल इस डर्टी टीचर की गिरफ़्तारी के बाद पुलिस इसके जाल में फँसी लडकियों की तलाश के साथ ही उसके गैंग में शामिल लोगो की तलाश में जुट गई है . क्योंकि इस रैकेट में संजय पाण्डेय अकेला नहीं बल्कि उसके साथ कई सफेदपोश भी है . जाँच में सामने आया है की संजय पाण्डेय पटना के हाई प्रोफाइल सेक्स रैकेट का एक मजबूत कड़ी है .