पाकिस्तान में फहराता है तिरंगा ….
चौंकिए मत, हम सौ फ़ीसदी सच बोल रहे हैं और वही सच आपको बता भी रहे हैं | बिहार का मशहूर जिला है पूर्णिया और वहीं के श्रीखंड प्रखंड में एक छोटा सा गाँव है पाकिस्तान | हर १५ अगस्त और २६ जनवरी को यहाँ बड़ी शान से हमारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है | ये बात अलग है कि आज हम भारतीय गणतंत्र दिवस की ६८ वी वर्षगाँठ मन रहे है और इस गाँव के लोग बिजली , पानी और सड़क देखने को तरस रहे हैं | इस गाँव से २०० वोट हैं इसलिए हमारे मौसमी नेता वहां जाते जरूर हैं , ढेरों वादे भी करते हैं लेकिन आज सात दशक बीत जाने के बाद भी दावे हकीकत में नहीं बदले हैं | चारों ओर से यह गाँव नदियों से घिरा है | यहाँ संथालो के चंद परिवार रहते हैं | विकास क्या होता है इन्हें नहीं मालूम | बस दो जून रोटी की चिंता में बीत रही है इनकी जिंदगी |
आवागमन का कोई साधन नहीं , बस एक कच्ची सड़क मिली है यहाँ के भोले भाले वाशिंदों को ७० साल में | इतनी दिक्कतों के वावजूद इनका देश प्रेम अप्रतिम है | हम सभी के लिए प्रेरणाश्रोत | ये जिन्दगी जीना जानते हैं , उसकी मुश्किलों से लड़ना भी इन्हें बखूबी आता है | इस गाँव का नाम पाकिस्तान कैसे पडा इसे लेकर यहाँ कई कहानियां कही और सुनी जाती हैं | इन्हें अपनी जिंदगी से कोई शिकायत नहीं और न ही इन्हें सरकार से कोई उम्मीद रह गई है | हाँ यहाँ का नाम ऐसा है जो कभी कभी इनके लिए मुसीबत कड़ी कर देता है , खास कर शादी ब्याह के मामलों में | इस गाँव का ज़िक्र इसलिए भी ज़रूरी था ताकि इस आईने में हमारे देश के वो तमाम नेता अपना चेहरा देख सकें जो भारत की खुशहाली और बापू के सपनो को साकार करने का दावा बड़ी बेशर्मी से रोज ढोल पीट पीट कर करते हैं |