फिर जलाने लगी अगस्ता की आंच
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकाप्टर खरीद घोटाले की आंच फिर से तेज हो गई है | उसकी कई ऐसी परतें खुली हैं जो देश की उस” फैमिली” को सर्वाधिक परेशानी में डालेगी जो अपने – आप को देश की नंबर एक फैमिली मानती है | जांच एजेंसियों ने ऐसे तमाम साक्ष्यों के होने का दावा किया है जिससे यह बात साबित हो जायेगी कि इस “ फैमिली नंबर वन “ को १२ वी वी आई पी हेलीकाप्टरों की खरीद के लिए अगस्ता वेस्टलैंड से १० फ़ीसद का कमीशन मिला था | और इस दस फीसद राशि की भारतीय मुद्रा में कीमत बनती है २०० करोड़ | विदेशी मुद्रा में २८० लाख यूरो |
मनमोहन सिंह के कार्यकाल वाली सरकार के दौरान हुआ था यह सौदा | जांच में जुड़े अधिकारिओं ने दावा किया है कि उपरोक्त राशि दो दलालों के माध्यम से “ फॅमिली नंबर वन “ को दी गई थी | उन दलालों के नाम हैं –गुइडो हस्के और क्रिशियन मिशेल | जांच अदिकारियों ने दावा किया है कि हस्के से दलाली के रकम के बंटवारे का पूरा कच्चा चिटठा मिल गया है और उसी आधार पर इन दोनों दलालों की गिरफ्तारी हुई है | मिशेल की मार्फ़त दी गई दलाली का साक्ष्य अभी नहीं मिल सका है | ऐसी उम्मीद है कि उसने दलाली की रकम का बंटवारा दुबई में कर दिया है | २०१४ में दुबई से उन बैंक खातो की जानकारी मांगी जा चुकी है जिनमे इस रकम को जमा किया गया है , लेकिन फिलहाल दुबई से अभी इसका जवाब नहीं आया है | उम्मीद की जा रही है इस कोशिश में भी जल्द ही सफलता मिल जायेगी |