बापू के बहाने निशाना 2019 पे

सहारा महात्मा गांधी का और निशाना 2019 का चुनाव…जी हां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष का उद्धाटन के दौरान सभी गांधी समर्थको से देश के मौजूदा हालात पर चिंता जताते हुए सबको एकजुट होने की अपील की…नीतीश ने कहा कि जब सत्याग्रह आंदोलन से अंग्रेज भाग सकते है तो एकजुट होने के बाद देश के हालात जरूर बदलेगी।
-चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी को केवल नोटों में छाप देने से कुछ होने वाला नहीं है, आज जरूरी है उनके सिद्धांतों, उनके विचारों को आत्मसात करने की।उन्होंने कहा कि हमारा मार्गदर्शक सिद्धांत गांधी जी का विचार है और हम न्याय के साथ विकास की बात कहते हैं। उन्होंने कहा कि बिहार से शुरू हुए चंपारण सत्याग्रह के मात्र तीस वर्षाें के बाद देश काे आजादी मिल गयी थी। नीतीश कुमार ने कहा कि आज हर तरफ कुतर्क गढे जा रहे चाराे तरफ एकतरफा संवाद चल रहा है। दाे तरफा संवाद हाेगा। अब इस देश की जनता तय करेगी कि काैन सा रास्ता चलेगा। देश में कौन सा एजेंडा चलेगा वो अब लाेगाें पर छाेड दीजिए।
—नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया जाना चाहिए। गांधीजी को जिन चीजों से लगाव था, वो जैसा चाहते थे कि एक अच्छे समाज का निर्माण हो, लोग शराब से दूर रहें, सामाजिक बुराइयां दूर हों, हमने उनके आदर्शों में से एक आदर्श को समाज में फैली बुराई- शराब को समाज से दूर करने का संकल्प लिया और शराबबंदी करा दी।
अब पूरी तरह से नशाबंदी दूसरा कदम होगा, समाज को नशे से दूर करने के अलावे दहेज और बाल-विवाह जैसी सामाजिक समस्या से भी समाज को मुक्ति दिलाने का प्रयास करेंगे।
-बहरहाल बिहार में यह शताब्दी समारोह पूरे एक साल तक जारी रहेगा,देश के सभी गांधी समर्थक के साथ साथ गांधी के विचार धारा को मानने वाले लोग इस समारोह में शामिल होगें…नीतीश कुमार इस मौके को जमकर भुनाना चाहते है और इसका भरपूर राजनीतिक लाभ भी 2019 के चुनाव में लेना चाहते है।2-साथ ही नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी जी के आदर्शों को जन-जन तक पहुंचाया जाना चाहिए। गांधीजी को जिन चीजों से लगाव था, वो जैसा चाहते थे कि एक अच्छे समाज का निर्माण हो, लोग शराब से दूर रहें, सामाजिक बुराइयां दूर हों, हमने उनके आदर्शों में से एक आदर्श को समाज में फैली बुराई- शराब को समाज से दूर करने का संकल्प लिया और शराबबंदी करा दी।
अब पूरी तरह से नशाबंदी दूसरा कदम होगा, समाज को नशे से दूर करने के अलावे दहेज और बाल-विवाह जैसी सामाजिक समस्या से भी समाज को मुक्ति दिलाने का प्रयास करेंगे।
-बहरहाल बिहार में यह शताब्दी समारोह पूरे एक साल तक जारी रहेगा,देश के सभी गांधी समर्थक के साथ साथ गांधी के विचार धारा को मानने वाले लोग इस समारोह में शामिल होगें…नीतीश कुमार इस मौके को जमकर भुनाना चाहते है और इसका भरपूर राजनीतिक लाभ भी 2019 के चुनाव में लेना चाहते है।