बिजली की समस्या से जूझ रहे ग्रामीण सड़क पर उतरे हंगामा
बैकुंठपुर!प्रखंड में पिछले 10 माह से बिजली कटौती से जूझ रहे ग्रामीणों का गुस्सा रविवार को फुट परा आक्रोशित ग्रामीणों ने राजापट्टी कोठी बाजार प्रमुख सड़क पर घंटों प्रदर्शन एवं बिजली कंपनी के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि बैकुंठपुर पावर सब स्टेशन राजापट्टी और जगदीशपुर फिडर नक्सल प्रभावित क्षेत्र की ओर बिजली सप्लाई करती हैं। लेकिन पिछले 10 माह से पावर छमता से में 75% कटौती किए जाने से रात में बिजली नहीं मिल पाती है।
ग्रामीणों का कहना था कि नक्सल प्रभावित इलाकों में रात भर बिजली गुल रहने के कारण वह खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं। पिछले सितंबर माह से शाम 5:00 बजे से 7:00 बजे तक इन दोनों क्षेत्रों में पावर सप्लाई बंद रहती है। ग्रामीण एवं प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बैकुंठपुर के सभी गांव को बिजली देने के लिए 6 फीडर बनाए गए हैं। सभी फीडरों को एक साथ चलाने के लिए 12 मेगावाट बिजली की आवश्यकता बताई जा रही है। लेकिन पावर ग्रीड से शाम 5:00 बजे लोड घटकर महज 2 मेगा वाट कर दिया जाता है। राजापट्टी और जगदीशपुर फीडर चलाने के लिए कम से कम तीन मेगावाट बिजली की आवश्यकता होती है। जबकि पावर सबस्टेशन को 2 मेगा वाट बिजली मिलने के कारण आपरेटरों को सप्लाई बंद करना पड़ता है। हालांकि इस समस्या को लेकर दियारा वासियों ने कई बार बिजली कंपनी के सीएमडी से लेकर जनप्रतिनिधियों तक गुहार लगाई। लेकिन 4 माह में भी लोगों को समस्या से निजात नहीं मिल पा रहा है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि 1 सप्ताह में पावर सप्लाई में सुधार नहीं हुआ तो वह छपरा मोहम्मदपुर स्टेट हाईवे अनिश्चित काल के लिए जाम कर देंगे। ग्रामीण समस्या के लिए बिजली कंपनी के एसडीओ को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। हालांकि एसडीओ मुकेश कुमार ने आरोपों को बेबुनियाद बताया है। राजापट्टी बाजार पर प्रदर्शन की सूचना पर पहुंचे बैकुंठपुर सेक्शन के जेई रविंद्र नाथ पांडये ने ग्रामीणों को पावर छमता बढ़ाने का उचित आश्वासन दिया। उसके बाद ग्रामीण शांत हुए। जेई ने बताया की पावर क्षमता बढ़ाने के लिए कई बार मांग की गई है। लेकिन पीक आवर मे लोड कम कर दिया जाता है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में जितेंद्र साह, साहब दिन , रिंकेश साह, अजमत मियां,संजीत साह, राजेश प्रसाद ,रामबाबू साहनी,रवि कुमार सिंह,दिलीप साह सहित कई लोग शामिल थे।