भाई ऐसे वादे तो न कीजिये ….
लखनऊ में आज सपा के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश के मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी का घोषणा पत्र जारी किया | अजी घोषणा पत्र क्या था , अच्छा खासा चुटकुलों का पुलिंदा था | सपनो की पूरी गढ़री थी जिसकी गाँठ स्वयं अखिलेश भी नहीं खोल पायेंगे | सपा का घोषणा पत्र इस बार कई मायनो में अजीबो –गरीब रहा | यह पहला मौका था जब ऐसे अहम् मौके पर इसके संस्थापक अध्यक्ष मुलायम सिंह कहीं नज़र नहीं आये |
जैसी की अपेक्षा रहती है चुनाव घोषणा पत्र पूरी तरह वादों का पुलिंदा ही था | मैं तो देश के इन महँ नेताओं से इतना ही कहूँगा की देश की भोली – भाली जनता से चाहे जितने झूठे वादे कीजिए लेकिन मेहरबानी करके उनसे ऐसा क्रूर मज़ाक तो न कीजिए की चंद भले नेताओं और लोकतंत्र से उनका विश्वास ही उठ जाये | अखिलेश जी , पुरे उत्तर प्रदेश की बात तो छोडिये आप तो अपने पांच साल के कार्य काल में राजधानी लखनऊ की पूरी आबादी को पीने का पानी तक मुहैय्या नहीं करवा सके हैं , और अब आपने पूरे प्रदेश के गरीब बच्चों को मुफ्त में दूध और घी पिलाने की घोषणा कर दी | मैं आपके घोषणा पत्र के बाकी वादों पर कुछ नहीं कहना चाहता क्यूंकि उसकी असलियत से आप स्वयं भी बखूबी वाकिफ हैं , मैं तो सिर्फ इतना कहूँगा की कम से कम क्रूर मज़ाक तो न कीजिए | वो भी गरीबों से , जो पहले से ही कई क्रूर मज़ाक झेल रहे हैं |