लालू पड़े अकेले
केंद्र सरकार की नोटबंदी के खिलाफ राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के धरना कार्यक्रम में जदयू और कांग्रेस के शामिल नहीं होने पर आरजेडी अध्यक्ष ने मंगलवार को कहा कि ‘ईगो’ के चलते कुछ लोग उनके धरने में शामिल नहीं होना चाहते हैं. उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि इसे महाठबंधन के बिखराव के रूप में नहीं देखना चाहिए.दूसरी तरफ जद यू के अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि नोटबंदी के मामले में हमारा स्टैंड साफ़ है .राष्ट्रीय स्तर पर हमारे स्टैंड अलग अलग हो सकते हैं ..इससे सरकार के सेहत पर कोई असर नहीं पडेगा हलाकी रघुवंश प्रसाद ने जद यू के स्टैंड की आलोचना किया और कहा कि ये मोदी का समर्थन है .
लालू प्रसाद ने धरना कार्यक्रम के एक दिन पूर्व पटना में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि महागठबंधन में हालांकि एकता है, उन्होंने कहा, ‘नोटबंदी से जनता परेशान है. हमलोगों को कोई उपाय नहीं दिखा तो धरना देने का फैसला किया है। बुधवार को हमारी पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से धरना देगी.’
लालू ने कहा, ‘इसके बाद मैं खुद पूरे बिहार में घूमूंगा और जनता को नोटबंदी के खिलाफ एकजुट करूंगा इसके बाद पटना में विशाल रैली भी करेंगे. इसके लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात हुई है. कांग्रेस भी नोटबंदी के खिलाफ कार्यक्रम बना रही है.’