विधानसभा अध्यक्ष की पैरवी सेकेरेटरी ने की……..
बीएसएससी पेपर लीक मामले में सुधीर कुमार की गिरफ्तारी के बाद बिहार में बवाल मचा है. गिरफ्तारी के विरोध में बिहार आईएएस एसोसिएशन सीधे-सीधे राज्य सरकार से लड़ाई के मूड में गया है. वहीं सोमवार को द आईएएस ऑफिसर्स वाइव्स एसोसिएशन ने भी सुधीर व उनके परिवार के साथ खड़ी होने की बात कह रही है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि विपक्ष बार-बार इस मामले में राज्य सरकार के मंत्री के भी शामिल होने की बात कह रही है. लेकिन, विपक्ष उस मंत्री का नाम तो बताये हम कार्रवाई जरूर करेंगे. इस बयान के बाद आज मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष विधान मंडल सुशील कुमार मोदी ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाये हैं. सुशील मोदी ने एक डॉक्यूमेंट जारी किया है जिसमे उन्होंने दिखाया है कि किस तरह बिहार विधान सभा अध्यक्ष विजय चौधरी के पीएस आईएएस नवीन ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग की की परीक्षा के लिए तीन अभ्यर्थियों का नाम एवं अन्य विवरण बीएसएससी के एक अधिकारी को भेजा था. सुशील कुमार मोदी ने मीडिया को एकएसएस दिखाते हुए कहा कि विधानसभा के पीएस नवीन ने कुल तीन तीन अभ्यर्थियों के परीक्षा का विवरण बीएसएससी के अधिकारी को भेजा था. इसमें से एक अभ्यर्थी का इंटरव्यू 11 जनवरी को होना था. ऐसे में ऐसी आशंका है कि बिहार सरकार के मंत्रियों द्वारा अधिकारियों पर दवाब बनाकर कर पैरवी करने के लिए कहा जाता रहा है. हालांकि सुशील मोदी ने कहा कि वे विधान सभा अध्यक्ष पर किसी तरह का आरोप नहीं लगा रहे हैं लेकिन, इसकी जांच जरूर होनी चाहिए. वहीं इसे लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इससे BSSC पेपर लीक कांड और पैरवी का संबंध नहीं है. वहीं इससे पहले सुशील कुमार मोदी समेत विपक्ष के अन्य नेताओं ने आज फिर विधानसभा में सुधीर कुमार की गिरफ्तारी और बीएसएससी मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की. इस दौरान सुशील मोदी ने कहा कि सरकार उन मंत्रियों के नाम उजागर करे जो बीएसएससी पर्चा लीक कांड में शामिल हैं. साथ ही इस मामले में सरकरा सीबीआई जांच कराने की अनुसंशा करे. कुछ मंत्री निश्चित रूप से इस घोटाले में शामिल हैं जिन्हें बचाने का प्रयास किया जा रहा है.