अधिकारी बने अध्यापक

बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता हमेशा से चर्चा में रही है सो इसको ध्यान में रखते हुए इस बार पटना के जिलाधिकारी ने एक नया प्रयोग कराने की सोंची ,इस प्रयोग के मुताबिक अब अधिकारी बनेंगे अध्यापक,बच्चों को पढ़ाएंगे नैतिकता का पाठ और इससे विद्यालयों में बढ़ेगी सजगता।बच्चों की कॅरियर काउंसलिंग से लेकर पदाधिकारी उनके समस्याओं तक पर करेंगे चर्चा।
सफलता,असफलता,कर्म,नैतिकता का पाठ पढ़ा रहे ये है पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल।दरअसल जिलाधिकारी विद्यालयों की व्यवस्था और शिक्षा की गुणवत्ता की आ रही शिकायतों से परेशान थे सो उन्हें आया ये आइडिया।क्यों न हर स्तर के प्रशासनिक पदाधिकारी और थानेदार हफ्ते में एक बार एक घण्टे के लिए किसी भी सरकारी विद्यालय में क्लास के लिए लगाया जाए ।सो इसके लिए निर्देश भी निकला।पहले दिन पटना के बांकीपुर कन्या उच्च विद्यालय में पहुंचे खुद जिलाधिकारी महोदय।
अब बच्चे भी इस नए पहल से उत्साहित,मैडम के बदले ये कौन सर हैं जो न क्लास वर्क दे रहे न होमवर्क,और सिर्फ नैतिकता का पढ़ा रहे है पाठ।अच्छी अच्छी बातें और अपनी परेशानियों को बताने का एक नया जरिया भी मिला है।छात्राएं बहुत खुश है।
जिलाधिकारी ने एक नया प्रयास किया है और अपने इस प्रयास को खुद अमली जामा पहना ये बता दिया की एक दिन सभी पदाधिकारी अध्यापक की भूमिका निभाएं।
अधिकारियों का अध्यापक बनना क्या रंग लाता है,ये अभी कहना तो मुश्किल है मगर पहल जरूर रोचक है और इसने सभी का ध्यान भी खींचा है।