ये नजदीकियां – कुछ तो कहती हैं

चूड़ा दही भोज में नीतीश ने दिया बीजेपी के 100 नेताओ को न्योता—चाहे बात सर्जिकल अटैक का हो या फिर नोटबन्दी का जिस तरह से नीतीश ने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और उसके बाद जिस तरह से पी एम् ने शराबबंदी पर नीतीश की तारीफ की और अब मानव श्रुखंला में बीजेपी समर्थन कर रही है…सबके जेहन में एक ही सवाल उठ रहे है कि क्या नीतीश और मोदी की नजदीकियां बढ़ रही है?
वीओ-1-16 साल के दोस्ती के बाद नीतीश ने बीजेपी से रिश्ता तोड़ा था,फिर बिहार में चुनाव हुए और नीतीश मुख्यमंत्री बने लेकिन हाल के दिनों में बात सर्जिकल अटैक का हो या फिर नोटबन्दी का जिस तरह से नीतीश ने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है और उसके बाद जिस तरह से पी एम् ने शराबबंदी पर नीतीश की तारीफ की और अब मानव श्रुखंला में बीजेपी समर्थन कर रही है..और अब जदयू 15 तारीख को चूड़ा दही के भोज का आयोजन कर रही है जिसमे 100 से ज्यादा बीजेपी नेताओं को न्योता भेजा गया है…इससे यह साफ है कि जदयू बीजेपी के साथ अपने रिश्ते सुधारने में लगी है तभी तो जदयू के प्रदेश अध्यक्ष यह कह रहे है कि राजनीति में सम्भावनाओ से कभी भी इनकार नही किया जा सकता है।
इस चूड़ा दही के भोज में हजारों नेता भाग लेगें…चूड़ा दही और तिलकुट के मिठास के साथ अपने अपने रिश्ते भी सुधारने की कोशिश होगी लेकिन सबकी नजर जदयू और बीजेपी के नेताओ पर होगी की क्या आने वाले समय में फिर से दोस्ती परवान चढ़ेगी,हालांकि यह सभी बातें अभी गर्भ में छिपी है,लेकिन जदयू के बाद बीजेपी के नेता भी ऐसे संकेत जरूर दे रहे है कि राजनीति में माहौल और मुद्दा हमेशा बदलता रहता है ऐसे में दोस्त को दुश्मन बनने और दुश्मन को दोस्त बनने में ज्यादा समय नही लगता है।