84 साल और 505 टेस्ट में पहली बार भारत के 7, 8 और 9 नंबर के बैट्समैन ने लगाई फिफ्टी, अश्विन ने कपिल के रिकॉर्ड की बराबरी की
मोहाली.इंग्लैंड के खिलाफ यहां खेले तीसरे टेस्ट में भारत के 7th, 8th और 9th नंबर के बैट्समैन ने फिफ्टी लगाई। अपनी 84 साल की टेस्ट हिस्ट्री में टीम इंडिया ने अब तक कुल 505 टेस्ट मैच खेले हैं। 7 नंबर के बाद लगातार तीन बैट्समैन ने पहली बार ऐसा रिकॉर्ड बनाया है। 7th पोजिशन पर उतरे रविचंद्रन अश्विन ने 72, 8th नंबर पर आए रवींद्र जडेजा ने 90 और 9th नंबर पर आए जयंत यादव ने भी 55 रन बनाकर रिकॉर्ड बना दिया। पहली इनिंग में टीम के 417 के टोटल स्कोर में 217 रन इन तीनों ने बनाए। वहीं, अश्विन ने इस साल टेस्ट में 500+ रन और 50+ विकेट लेने के कपिल देव के 33 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। जयंत के टेस्ट करियर की पहली फिफ्टी…
– मोहाली टेस्ट में इंडिया की पहली पारी में अश्विन ने 127 बॉल पर 11 चौकों की मदद से 72 रन बनाए। (मैच की रिपोर्ट पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
– रवींद्र जडेजा ने 170 बॉल पर 10 चौके और 1 छक्का लगाकर 90 रन बनाए।
– करियर का दूसरा टेस्ट खेल रहे जयंत यादव ने पहली फिफ्टी लगाई। जयंत ने 55 रनों की पारी में 5 चौके लगाए।
– इससे पहले पुजारा ने 51 और विराट कोहली ने 62 रन बनाए।
– करियर का दूसरा टेस्ट खेल रहे जयंत यादव ने पहली फिफ्टी लगाई। जयंत ने 55 रनों की पारी में 5 चौके लगाए।
– इससे पहले पुजारा ने 51 और विराट कोहली ने 62 रन बनाए।
33 साल बाद अश्विन ने की कपिल के रिकॉर्ड की बराबरी
– अश्विन ने इस साल 545 रन बनाए हैं और 59 विकेट लिए हैं। इस साल वे एक और टेस्ट खेलने वाले हैं।
– 7 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा हुआ। अश्विन से पहले 2009 में ऑस्ट्रेलिया के मिशेल जॉनसन ने 500 रन बनाए थे और 63 विकेट लिए थे।
– अश्विन ने कपिल देव के 33 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की। 1983 में कपिल ने 579 रन बनाए थे और 75 विकेट लिए थे।
– 1979 में भी कपिल ऐसा कारनामा कर चुके थे। उन्होंने 619 रन बनाए थे और 74 विकेट लिए थे।
– अश्विन ने इस साल 545 रन बनाए हैं और 59 विकेट लिए हैं। इस साल वे एक और टेस्ट खेलने वाले हैं।
– 7 साल बाद इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा हुआ। अश्विन से पहले 2009 में ऑस्ट्रेलिया के मिशेल जॉनसन ने 500 रन बनाए थे और 63 विकेट लिए थे।
– अश्विन ने कपिल देव के 33 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी की। 1983 में कपिल ने 579 रन बनाए थे और 75 विकेट लिए थे।
– 1979 में भी कपिल ऐसा कारनामा कर चुके थे। उन्होंने 619 रन बनाए थे और 74 विकेट लिए थे।
टेस्टक्रिकेट में 12 साल बाद ऐसा हुआ
– भारत की टेस्ट हिस्ट्री में 7th, 8th और 9th नंबर के बैट्समैन ने पहली बार फिफ्टी लगाई। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा 12 साल बाद हुआ।
– मार्च 2004 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ न्यूजीलैंड ने हेमिल्टन टेस्ट में ऐसा रिकॉर्ड बनाया था।
– तब दूसरी इनिंग में न्यूजीलैंड के ओरम (119), मैक्कुलम (57) और वेटोरी (53) ने 7, 8 और 9 पर बैटिंग की थी। तीनों ने कुल 229 रन बनाए थे।
– भारत की टेस्ट हिस्ट्री में 7th, 8th और 9th नंबर के बैट्समैन ने पहली बार फिफ्टी लगाई। लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में ऐसा 12 साल बाद हुआ।
– मार्च 2004 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ न्यूजीलैंड ने हेमिल्टन टेस्ट में ऐसा रिकॉर्ड बनाया था।
– तब दूसरी इनिंग में न्यूजीलैंड के ओरम (119), मैक्कुलम (57) और वेटोरी (53) ने 7, 8 और 9 पर बैटिंग की थी। तीनों ने कुल 229 रन बनाए थे।
फिर टॉप स्कोरर बने कोहली
– कोहली इस साल के टॉप स्कोरर है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में अब तक 35 मैच खेलकर 2339 रन बना लिए हैं। इसमें 6 सेन्चुरी और 14 हाफ सेन्चुरी शामिल हैं।
– उनसे पीछे इंग्लैंड के जो रूट हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में 2303 रन बनाए हैं। मोहाली टेस्ट में वे अभी 36 रन पर नाॅटआउट हैं।
– कोहली ने इस साल 10 टेस्ट खेलकर अब तक 959 रन बनाए हैं। एवरेज 68 रहा है। इसमें एक डबल सेन्चुरी, दो सेन्चुरी और दो हाफ सेन्चुरी शामिल हैं।
– कोहली इस साल के टॉप स्कोरर है। उन्होंने तीनों फॉर्मेट में अब तक 35 मैच खेलकर 2339 रन बना लिए हैं। इसमें 6 सेन्चुरी और 14 हाफ सेन्चुरी शामिल हैं।
– उनसे पीछे इंग्लैंड के जो रूट हैं, जिन्होंने तीनों फॉर्मेट में 2303 रन बनाए हैं। मोहाली टेस्ट में वे अभी 36 रन पर नाॅटआउट हैं।
– कोहली ने इस साल 10 टेस्ट खेलकर अब तक 959 रन बनाए हैं। एवरेज 68 रहा है। इसमें एक डबल सेन्चुरी, दो सेन्चुरी और दो हाफ सेन्चुरी शामिल हैं।
लगातार न हारने का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकते हैं विराट
– बिशन सिंह बेदी, सुनील गावसकर और गुंडप्पा विश्वनाथ की कप्तानी में सबसे ज्यादा 20 मैच तक न हारने का रिकॉर्ड इंडियन टीम के नाम है, जो 1977-1980 में बना था।
– 1960-1964 के बीच टीम इंडिया घर में लगातार 16 मैच नहीं हारी थी।
– 2012 से टीम इंडिया होम सीरीज में 16 मैच नहीं हारी। 13 जीते हैं, 3 ड्रॉ कराए हैं।
– इंग्लैंड के पिछले दौरे के दौरान 2012 में आखिरी टेस्ट को इंडिया ने ड्रॉ कराया था। उसके बाद से इंडिया घर में मैच नहीं हारी है।
– बिशन सिंह बेदी, सुनील गावसकर और गुंडप्पा विश्वनाथ की कप्तानी में सबसे ज्यादा 20 मैच तक न हारने का रिकॉर्ड इंडियन टीम के नाम है, जो 1977-1980 में बना था।
– 1960-1964 के बीच टीम इंडिया घर में लगातार 16 मैच नहीं हारी थी।
– 2012 से टीम इंडिया होम सीरीज में 16 मैच नहीं हारी। 13 जीते हैं, 3 ड्रॉ कराए हैं।
– इंग्लैंड के पिछले दौरे के दौरान 2012 में आखिरी टेस्ट को इंडिया ने ड्रॉ कराया था। उसके बाद से इंडिया घर में मैच नहीं हारी है।