प्रकाश पर्व की सारी कमाई की हो गई धुलाई
पटना:न्यूज़ डेस्क
पटना में मकर संक्रांति का दिन दो बड़े हादसों का गवाह बना। इन्होंने प्रशासन के सुरक्षा को लेकर कैजुअल एप्रोच की पोल खोलकर रख दी है। मकर संक्रांति के अवसर पर दियारा में आयोजित पतंग महोत्सव में शामिल होने गए हजारों लाेग बोट का पाथ-वे धंस जाने के कारण वहां कड़ाके की ठंड में फंस गए। उन्हें ला रही एक नाव भी एनआइटी घाट पर डूब गई, जिसमें करीब तीन दर्जन लोगों के डूबने की आशंका है।
इस घटना ने नीतिश सरकार के प्रकाश पर्व की उपलब्धियों को धो कर रख दिया .
खास बात यह है कि प्रशासन के आला अधिकारी रहनुमाओं के दही-चूड़ा भोज में इतने व्यस्त हो गए कि उन्हें घटना की गंभीरता का भान तक नहीं हुआ। लचर प्रशासनिक व्यवस्था के बीच लोग किसी तरह दियारा से निकलकर ओवरलोड नौकाओं में आते रहे। ये प्रशासन की घोर लापारवाही का परिचायक है …
पीएमओ ने अपने ट्विटर वॉल पर पीएम का संदेश जारी किया. ट्वीट में लिखा गया हैं कि हादसे पर प्रधानमंत्री ने दुख जताया है उनकी संवेदना पीडित परिवार के साथ हैं आज सुबह पीएमओ की ओर से दो और ट्विट किए गए जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री ने मुआवजे की घोषणा की पीएमओ ने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री ने PMNRF से अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है जिसके तहत मृतक के परिवार को 2 लाख जबकि गंभीर रूप से घायल लोगों को 50 हजार दिया जाएगा दूसरी तरफ राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को ४ लाख रूपए देने की घोषणा किया है .
साभार :लीजेंड न्यूज़
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने नीतिश पर हमला करते हुए कहा कि ये सरकार असंवेदनशील है,उन्होंने राज्य सरकार से मृतक के परिजन को 25 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है ।
श्री मांझी ने इस घटना को राज्य सरकार की लापरवाही का नतीजा बताया है।सरकार अगर सजग रहती तो इस घटना को रोका जा सकता था।
श्री मांझी ने राज्य सरकार से जांच कर दोषी व्यक्तियो पर ठोस कार्रवाई I
जद्द्द“`राज्य सरकार से मृतक के परिजन को 25 लाख रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है ।
श्री मांझी ने इस घटना को राज्य सरकार की लापरवाही का नतीजा बताया है।सरकार अगर सजग रहती तो इस घटना को रोका जा सकता था।
श्री मांझी ने राज्य सरकार से जांच कर दोषी व्यक्तियो पर ठोस कार्रवाई की मांग की