अनोखा है यह गांव
कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन पर सज यकीन करना नामुमकिन होता है ,कुछ ऐसी ही है इस गाँव की भी कहानी |अगर आपसे यह कहा जाए कि ,किसी एक घर के सभी सदस्यों का जन्मदिन एक ही होता है तो आप यकीन करेंगे ? नहीं न |कुछ ऐसी ही है इस गाँव की कहानी |उत्तर प्रदेश के मशहूर जिले इलाहाबाद के बारा तहसील के कंजासा गांव की है ये कहानी |इस गांव में छोटे से छोटा बच्चा ,जवान ,किशोर और बुज़ुर्ग ,सभी का जन्म एक जनवरी को ही हुआ है |सिर्फ वर्ष अलग है |एस डी एम् राजकुमार द्विवेदी की मने तो ग्रामीणों द्वारा जन्म का सही साक्ष्य नहीं देने के कारण ऐसी नौबत आई है कि इस गांव में सभी का जन्मदिन एक ही हो गया है |यह बात तब लोगों के सामने आई जब बायोमीट्रिक पहचान के लिए बने आधार कार्ड को देखा गया |इस गांव की आबादी १२ हज़ार के करीब है और उसमे से ५ हज़ार लोग मतदान करते हैं |यहाँ जितने लोगों का अधर कार्ड देखा गया सब पर जन्मतिथि एक जनवरी थी |गाँव की प्रधान राम दुलारी ,उनके पति जगदीश प्रसाद ,बहू मीनू और घर के सभी बच्चों का जन्मदिन एक जनवरी ही लिखा है |इसी तरह का हाल अन्य परिवारों का भी है जिसमे सभी के जन्म की तारीख एक जनवरी है ,सिर्फ वेश में अंतर दिखाया गया है |अब ये समझना एक पहेली ही है कि यह गांव वालों की करामत है ,या फिर उस सरकारी महकमे के लोगों का जिनकी देख रेख में आधार कार्ड बना |