गठबंधन में कुछ भी ठीक नही है
बिहार में महागठबंन्धन की सरकार तो जरूर चल रही है मगर इस सरकार में सब कुछ ठीक नही।दावे हर कुछ सही होने के किये जा रहे हों मगर अब तलवारें खींच चूकि हैं।अब आमने सामने की स्थिति।अंदर की बातें अब कैमरे के सामने।लालू के घोटाले से जदयू ने किया खुद को अलग साथ ही परिवारवाद का लगाया आरोप…
बिहार में महागठबंन्धन की सरकार को करीब डेढ़ साल हो चला।बड़ी पार्टी लालू यादव की 80 विधायकों के साथ और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 71 विधायकों के साथ।कभी विज्ञापनों में तस्वीर तो कभी सरकारी तबादलों को लेकर खबरें आती रही।अब जब लालू यादव पर अकूत सम्पति का आरोप बीजेपी लगातार लगा रही है तो ऐसे में लालू को इस घड़ी उनके साथी छोड़ किनारा करने लगे और लालू पर हीं परिवारवाद को लेकर कसा तंज।
लालू पर चौतरफा हमला तो अब बिफर पड़े राष्ट्रिय जनता दल के विधायक।नीतीश कुमार का चेहरा नही लालू यादव का वोट बैंक से बनी है सरकार।इस सरकार में लालू के विधायकों के मर्जी का कुछ नही हो रहा है।ऐसा लग रहा है जैसे हम भ्रष्टाचारी और बाकी सन्त।हम पर परिवारवाद का आरोप वो लगा रहे जिनका परिवार ही नही।भाई विरेन्द्र ने तो आर सी पी सिंहा को नेता ही नही मां रहे है…
जदयू के नेता इन सब आरोपों से खासे परेशान,आखिर हमारे मुख्यमंत्री पर निशाना क्यों।उनकी माने तो कोई और दर्द है इन राजद के नेताओं को जो गुस्सा जदयू पर निकल रहा है।जदयू ने कहा कि विधायक अपनी औकात में रहे…
इन सब के बीच कांग्रेस की हालत खराब है…उन्हें समझ मे नही आता क्या करे…किसके तरफ जाए किसके तरफ नही…शायद इसीलिए कांग्रेस ने बीच का रास्ता अपनाया है…यानि सांप मार जाए और लाठी भी ना टूटे… देखिए कांग्रेस इस खींचतान पर क्या कह रही है।
बहरहाल महागठबंन्धन में महाभारत तेज़ हो चूकि है और फिलहाल के बवंडर थमता नही दिख रहा है।कहीं बिहार में महागठबन्धन की गाँठ तो कमजोर नही हो रही है।