नोआखली के नायक मथुरा सिंह की जयंती मनी जिन्होंने गाँधी से मिलने से इंकार कर दिया था
आज जहानाबाद में नोआखाली घटना के महानायक स्व. मथुरा सिंह की जयंती धर्म जगरण समन्वय के तत्वावधान में मनायी गयी। कार्यक्रम का उद्घाटन आर.एस.एस. के अखिल भारतिय बौद्धिक प्रमुख मा. स्वांत रजंन जी ने दीप प्रज्वलित कर किया।
मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए स्वांत जी ने कहा कि हमें इतिहास से सिखने की आवश्यकता है। 1921 में मोपला कांड हुआ जिसमें हिन्दुओं की बर्बर हत्याएँ हुई। इसकी भर्त्सना तो दूर की बात है बल्कि गांधी ने मोपलाओं को वीर मोपला कहा।गांधी जी ने आरंभ से ही तुष्टिकरण की नीति को अपनाया। खिलाफत आंदोलन का समर्थन इसका जीता जागता सबूत है। उन्होंने कहा कि प्रतिक्रिया जिन्दा समाज का लक्षण होता है। जिन्दा समाज मे प्रतिक्रिया होनी ही चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि देश में हिन्दुओं की आनुपातिक जनसंख्या घटती जा रही है।जहाँ जहाँ हिन्दुओं की जनसंख्या कम है वहां वहां राष्ट्र तोड़क घटनाएं बढती जा रही है।हमें अपने समाज की विसंगतियों को दूर करने के साथ साथ हमें अपने समाज के खिलाफ हो रही आस पास की गतिविधियों से भी सतर्क भी रहना चाहिए ।
वक्ताओं ने कहा कि नोआखली की प्रतिक्रिया जब ज्यादा होने लगी तब महात्मा गांधी जहानाबाद आए थे और इनसे मिलने की ईच्छा जताई तब इन्होंने उनसे मिलने से इनकार कर दिया,कहा कि जिस व्यक्ति ने भगत सिंह को नहीं बचाया मैं उससे नहीं मिलूँगा।
कार्यक्रम में बोलते हुए ई. अवधेश सिंह ने कहा कि आज राष्ट्र रक्षा के लिए हर परिवार में एक मथुरा सिंह की आवश्यकता है। अगले साल मथुरा सिंह की जयंती पटना के गांधी मैदान में मनाया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन राकेश कुमार ने किया और अध्यक्षता शिवम कान्वेंट के संचालक शंकर शर्मा ने किया।कार्यक्रम में बीजेपी नेता मिथिलेश कुमार सिंह , अंकित कुमार ,बीजेपी रास्ट्रीय किसान मोर्चा के कार्यसमिति सदस्य अनिल शर्मा सहित भरी संख्या में लोग उपस्थित थे |