हौसले की जीती -जागती मिसाल
भारत ही नहीं बल्कि दुनिया के करोड़ों लोगों का ऐसा मानना है कि शादी होने और बाल -बच्चे हो जाने के बाद औरत की जिंदगी एक दायरे में सिमट कर रह जाती है |इस ग़लतफ़हमी को यूं तो आज दुनिया के हर कोने में महिलाएं गलत साबित कर रही हैं लेकिन भारतीय पर्वतारोही अंशु जामसेन्पा का जवाब वाकई में लाजवाब रहा |दो बेटियों की माँ अंशु ने महज पांच दिन में दो बार एवरेस्ट के शिखर पर पहुँच कर रिकार्ड बना दिया |ऐसा करने वाली वह दुनिया की पहली महिला हैं |इस अद्भुत सफलता के साथ ही वह भारत की पहली ऐसी महिला पर्वतारोही बन गई हैं जिसने एवरेस्ट की चोटी पर पांच बार तिरंगा फहराया है |
अरुणाचल प्रदेश की ३२ वर्षीय अंशु ने १६ मई को चौथी बार ८ ,८४८ मीटर ऊंचे एवेरस्ट शिखर पर तिरंगा फहराया और उसके बाद पुनः पांच दिन के अन्दर एक बार फिर इसे दोहरा दिया |यह सचमुच अद्भुत था |अंशु ने वर्ष २०११ में भी ऐसी ही दोहरी सफलता अर्जित कर सबको चौंका दिया था |उस वर्ष उन्होंने मई के महीने में ही १२ से २१ तारिख के बीच दो बार इस दुर्गम शिखर को फतह किया था |तीसरी बार उन्होंने २०१३ की १८ मई को इस चोटी पर तिरंगा फहराया |उनके पति टी वांग ने बताया कि जब वह पांचवी बार शिखर पर जा रहीं थी तो उनोने कहा था कि ,” मेरा लक्ष्य एवरेस्ट फतह और भगवान् बुद्ध को नमन करना है इसके लिए मैं अपने देशवासियों से आशीर्वाद और समर्थन मांगती हूँ ” |तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने इस बार अंशु को दो अप्रैल को आशीर्वाद देकर रवाना किया था |