केंद्र और बिहार सरकार में फिर ठनी………
केंद्र सरकार और राज्य सरकार आमने सामने…बिहार में केंद्र सरकार के मंत्री और राज्य सरकार में राजनीति थमने का नाम नही ले रही है…कोई सरकार अपनी योजनाओं का क्रेडिट किसी दूसरे को नही देना चाहती है और ना ही कोई सरकार दूसरे के आयोजन में हिस्सा लेकर उसे खास बनाना चाहती है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विस (टीसीएस) पटना के पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में कॉल सेंटर का आज उदघाटन हुआ। इसमें करीब चार हजार लोगों को नौकरी मिलेगी। कंपनी इसमें 100 करोड़ का निवेश करेगी।केंद्रीय आईटी एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इसका उद्घाटन किया लेकिन राज्य सरकार के आई टी मंत्री अशोक चौधरी ने इस आयोजन में हिस्सा नही लिया…मौजूद बीजेपी नेता नन्दकिशोर यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि बिहार सरकार विकास में साथ दे।
यह पूर्वी भारत का सबसे बड़ा कॉल सेंटर होगा। यह केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया योजना के तहत बीपीओ प्रमोशन स्कीम के तहत खोला जा रहा है।केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद मंच से बार बार कॉल सेंटर का क्रेडिट ले रहे थे…साथ ही बिहार सरकार को कोस भी रहे थे…रवि शंकर प्रसाद की माने तो केंद्र की हर योजना में ना तो सरकार मदद करती है और ना ही मंत्री आयोजन में हिस्सा लेते है…
मौका चाहे को भी आयोजन का क्यों ना हो…बीजेपी और कांग्रेस की राजनीति हर जगह दिखाई जरूर देती है….कांग्रेस मंत्री अशोक चौधरी का आयोजन में नही जाने के कई कारण है…पहला वो बिहार सरकार के मंत्री और और दुसरा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष….लेकिन अशोक चौधरी ने कैमरे के सामने कहा कि उन्हें प्रोग्राम का निमंत्रण ही नही मिला था…अब भला ऐसे में कांग्रेस के मंत्री जी बिना बुलाए क्यों जाए बीजेपी के आयोजन में।
बहरहाल केंद्र सरकार और राज्य सरकार के इस लड़ाई में फायदा भले किसी का हो या ना हो लेकिन नुकसान बिहार का जरूर हो रहा है।