बिहार बीजेपी का स्टैंड केन्द्रीय नेतृत्व से अलग ?
ये बात बहुत दिनों की नहीं है जब बिहार बीजेपी एवं यू पी बीजेपी के कार्यकारिणी की बैठक एक ही दिन हुई थी | यू पी के बैठक में अमित शाह शामिल हुए थे और उन्होंने अपने भाषण में कहा था कि हम परिवारवाद ,जातिवाद और तुष्टिकरण के खिलाफ हैं | दूसरी तरफ बिहार में उसी दिन नित्यानंद राय ने कहा कि हम मुसलमानों को साथ ले कर चलेंगे और उनके बीच जाकर उनके दिल जीतने की कोशिस करेंगे | बहुत लोगों के नजर में ये बात प्रधानमंत्री मोदी के १२५ करोड़ जनता को साथ ले कर चलने के स्टैंड से अलग था | कार्यकारिणी में शामिल कुछ लोगों का भी कहना था कि बिहार बीजेपी तुष्टिकरण की बात कर रही है जबकि केन्द्रीय नेतृत्व सबका साथ और सबके विकाश की बात करती है | यहाँ के कार्यकर्त्ता भी भ्रम की स्थिति में हैं कि आखिर अपना स्टैंड क्या रखा जाए |
योगी आदित्यनाथ भी, जो प्रधानमंत्री मोदी के बाद सर्वाधिक लोकप्रिय भाजपाई नेता है कहते रहे हैं कि तुष्टिकरण किसी कीमत पर नहीं होगा |आखिर किसके इशारे पर तुष्टिकरण की बात की जा रही ये परदे के भीतर की बात है ऐसा बीजेपी के कुछ वारिय नेता कहते नजर आये |