बीजेपी ही भारत में एकमात्र लोकतान्त्रिक मिजाज वाली पार्टी है
महागठबंधन का रार थमने का नाम नहीं ले रहा है | जी एस टी के समारोह में जे डी यू के शामिल होने का मामले इस बार है | इधर बीजेपी नेता मिथिलेश सिंह ने कहा कि लगता है कि कांग्रेस को नीतिश के मिजाज का पता नहीं है |जब नीतिश जी एन डी ए में थे तब भी उनका स्टैंड कभी कभी बी जे पी से अलग हो जाया करता था ,हालाँकि बीजेपी लोकतान्त्रिक मिजाज की पार्टी है तो वह उनके विचारों का सम्मान करती थी |लेकिन जहाँ तक कांग्रेस या आर जे डी की बात है तो वे तानाशाही और अलोकतांत्रिक मिजाज से चलने वाली पार्टियाँ हैं उनको ये सब पसंद नहीं आ रहा है |जनता को अब समझ लेना चाहिए कि बीजेपी ही भारत में एकमात्र लोकतान्त्रिक मिजाज वाली पार्टी है |
इधर बिहार में महागठबंधन के दलों में मतभेद एक बार फिर सतह पर आता दिख रहा है। जदयू ने संसद में जीएसटी लांच समारोह में शामिल होने का फैसला किया है तो राजद व कांग्रेस इससे दूर रहेंगे। विदित हो कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लागू करने के लिए 30 जून की मध्य रात्रि में संसद में विशेष बैठक बुलायी गयी है। कांग्रेस और राजद के अलावा अन्य विपक्षी दल इसका बहिष्कार कर रहे हैं। विपक्ष का कहना है कि जीएसटी को जल्दबाजी में लागू करने में सभी पक्षों को ध्यान में नहीं रख गया है।
जीएसटी लागू करने की घोषणा के लिए 30 जून की मध्य रात्रि में संसद की विशेष बैठक बुलाई गई है। मिली जानकारी के अनुसार इसमें बिहार की महागठबंधन सरकार में वाणिज्य कर मंत्री व जदयू नेता विजेंद्र यादव अधिकारियों के साथ शामिल होंगे। दूसरी ओर महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद ने इस बैठक से किनारा कर लिया है।
लोकसभा में राजद के उपनेता जयप्रकाश यादव ने बताया कि राजद जीएसटी लांचिंग में शामिल नहीं होगा। कांग्रेस के प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी कहा कि उनकी पार्टी जीएसटी की विशेष बैठक में शामिल नहीं होगी।
राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब जीएसटी को लेकर महागठबंधन की धारा से अलग फैसले को लेकर राजनीतिक चर्चाओं का माहौल गर्म है। हालांकि, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद ने कहा है कि बिहार में महागठबंधन एकजुट है।