गरीब दलित को जेल भेजना ठीक नहीं:गोपाल नारायण
आज फिर भाजपा राज्य सभा सांसद गोपाल नारायण सिंह ने दलित गणेश राम के समर्थन में अपनी बैटिंग जारी रखी। उन्होंने कहा कि बड़े भाई की उम्र 25 वर्ष और छोटे की उम्र 26 वर्ष। यह हलफनामा बिहार के दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सगे पुत्रों का है। बड़ा भाई छोटे से कम उम्र का हलफनामा देकर राज्य का स्वास्थ्य सहित कई महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री बना हुआ है तो छोटा भाई बड़ा से अधिक उम्र का हलफनामा देकर बिहार के उप-मुख्यमंत्री बन गया है। क्या पूर्व मुख्यमंत्रियों के संतान द्वारा गलत हलफनामा देकर चुनाव लड़ना और मंत्री बनना जायज़ है और एक गरीब दलित के गलत जन्म के हलफनामा के आधार पर जेल भेजा जाना सही है?
गणेश राम गलत तरीके से यदि टॉप किया तो उसके रिजल्ट को निष्काषित या रद्द किया जाना चाहिए था, उसको जेल भेजने का आधार क्या है? क्या इसके लिए वह अकेले जिम्मेवार है? यही यदि भाजपा शासित राज्यों में होता तो दलितचिन्तकों ने तूफान ला दिया होता। आखिर ऐसा दोहरापन क्यों?