संकट में हैं लालू ,मायावती और केजरीवाल
देश की राजनीति में अपने अपने कारणों से सुर्ख़ियों में रहने वाले तीन नेता इन दिनों संकट में घिरे हैं और आने वाले समय में उनकी मुसीबतें कम होती नहीं दिख रही हैं |इत्तफाक से ये तीनो ही भ्रष्टाचार के पर्यायवाची बन चुके हैं |एक हैं बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री लालू प्रसाद यादव ,दूसरी हैं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्य मंत्री मायावती और तीसरे हैं दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल |लालू इन दिनों अकूत संपत्ति बनाने और अपने बेटे -बेटी को गलत ढंग से अरबपति बनाने के आरोपों से घिरे हैं जिसमे रोजाना एक कड़ी जुडती जाती है |बिहार के पूर्व उप – मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता शुशील मोदी ने तमाम दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत कर लालू के साथ – साथ गठबंधन सरकार के मुखिया नीतीस्श कुमार की भी मुश्किलें बढ़ा दी है |ये बात अलग है कि लालू के मामलों से पल्ला झाड़ते हुए जद यू ने इसे लालू और राजद का मामला बताया है |दूसरी ओर तमाम साक्ष्यों के साथ प्रदेश भाजपा ने भी लालू के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है |इन दिनों लालू और उनका परिवार बेनामी संपत्ति का बादशाह बना हुआ है |ऐसे में प्रधानमंत्री के संकल्प (बेनामी सम्पत्ति वालो को उचित सजा )की जद में आने से बिहार के इस सबसे बड़े जमींदार और उनके परिवार का आने वाले समय में बच निकलना कठिन दिखता है |ये बात अलग है की लालू ने हमेशा की तरह अपने को “महान समाजवादी ” बताते हुए इन सभी बातों को भाजपा की साजिश करार दिया है |उनका कहना है कि ,जब भाजपा उन्हें डरा -झुका नहीं सकी तो उनके और उनके परिवार के खिलाफ साजिश कर रही है |बहरहाल ,लालूजी को तो सुप्रीम कोर्ट ने भी चारा घोटाले में कोई राहत नहीं दी है जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं |
अपने आप को ईमानदारी का मसीहा कहने वाले आप पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल का असली चेहरा उन्ही के पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा ने तमाम दस्तावेजों के साथ देश के सामने उजागर कर दिया है |यह तो प्रमाणित हो गया है केजरीवाल और उनके साथी भ्रष्ट और बेईमान हैं |इनलोगों ने चुनाव आयोग से लेकर दिल्ली और सह की जनता से धोखा किया ,बेमानी की |जनता के पैसे पर विदेश यात्रा कर मजे लूटे |इनकी बेमानी और धोखाधड़ी का सारा सत्य पूरी जांच पड़ताल के बाद देश के सामने बहुत जल्द आ जाएगा |
तीसरी हैं बहनजी |’बहनजी ‘ यानी मायावती बसपा की मुखिया हैं और उनके भी एक पूर्व निकटतम सहयोगी नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने उन पर जो खुलासा किया है वो इस बात को प्रमाणित करने के लिए पर्याप्त है कि टिकट बटवारे से लेकर मंत्री बनाने और बनाये रखने की एवज में बहनजी ने कितना माल बनाया है |फिलहाल तो सिर्फ एक मामले में ही उन पर ४५० करोड़ हड़प लेने का खुलासा हुआ है |वैसे ये कोई बड़ी बात नहीं , हमेशा से उन्हें लोग अकूत संपत्ति बनाने और ज्यादा से ज्यादा कमाने की हवास रखने वाली राजनेत्री के रूप में जाना हैये अलग बात है कि मायावती भी नसीमुद्दीन को बेईमान ,भ्रष्ट और पतित बता रही हैं |उन्होंने नसीमुद्दीन पर जरूरत से ज्यादा संपत्ति बनाने और अवैध बूचडखाने चलाने का आरोप लगाया है |अगर इसे सत्य मान लिया जाय तो मायावती को यह तो बताना ही पड़ेगा कि यह सब उसने किसकी सरपरस्ती में किया |कुल मिलाकर मायावती का संकट भी बढ़ता ही जा रहा है |उनका भी रटा -रटाया डायलाग सामने है कि , “मैं दलित हूँ इसलिए मुझे सताया जा रहा है “|सत्य तो यह है कि आप किसी भी वर्ग से आते हों आपको देश और प्रदेश को लूटने की इजाजत नहीं मिलेगी |
बहरहाल , इन तीनो नेताओं में कुछ बातें काफी मिलती – जुलती हैं |तीनो पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने ,बेनामी संपत्ति बनाने और अपने ही वोटर्स को ठगने का आरोप है |तीनो ने ही नोटबंदी का देश में सबसे ज्यादा विरोध किया (अपना कला धन छुपाने के लिए )और अब ये तीनो ही चुनाव आयोग की कार्यपद्धति को कोसने के साथ -साथ ई वी एम् का घोर विरोध कर रहे हैं |