लव सेक्स और धोखा
यह कहानी है लव सेक्स और धोखा की …कहानी रील नहीं रियल की है . एक लड़की को पहले नौकरी का झांसा देकर प्यार में फंसाया और फिर उसके लाखो रुँपये को हड़प कर उसकी न सिर्फ हत्या कर दी बल्कि उसके बीमा की रकम भी हड़पने की साजिश रच दी ..लेकिन कहते है गुनाहगार कितना भी शातिर क्यों न हो कोई न कोई सुराग जरुर छोड़ जाता है इस मामले में भी वही हुआ …
इस घटना की कहानी शुरू होती है ११ मार्च २०१७ की सुबह ६ बजे से .पटना जी आर पी पुलिस को एक शख्स से फोन कर सुचना दी की सिपारा रेलवे गुमटी के पास एक महिला ने आत्महत्या कर ली है . पुलिस मौका ए वारदात पर पहुँचती है . महिला के पास से ऐसा कुछ नहीं मिलता है जिससे उसकी पहचान की जा सके. जिसके बाद लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जाता है . मृतका की तस्वीर आस पास के थानों को भेज दी जाती है . इस बीच गया जीआरपी से सुचना मिलती है की औरंगाबाद के रहने वाली मनोरमा नामक महिला भी १० मार्च से लापता है. उसकी बहन को किसी ने फोन कर बताया था की उसकी बहन ने पटना गया रेल ट्रैक पर ख़ुदकुशी कर ली है . इस सुचना के बाद जब पुलिस ने उन्हें पटना में बरामद महिला की तस्वीर दिखाई तो उसकी पहचान मनोरमा के रूप में हुई . लेकिन यह पता नहीं चला की मनोरमा ने ख़ुदकुशी की है या यह आत्महत्या या हत्या है । सवाल यह भी था की आखिर औरंगाबाद की रहने वाली मनोरमा ने पटना आकर आत्महत्या क्यों की ..सवाल कई थे लेकिन जवाब नहीं मिल पा रहे थे .
इस बीच रेल पुलिस को मृतका की बहन ने बताया की उसे फोन करने वाला कोई रवि नाम का युवक था जाँच में यह भी पता चला की इसी शख्स ने उसी नंबर से जीआरपी को भी सुचना दी थी . जब इस नंबर की पड़ताल की गई तो यह नंबर रवि का ही निकला .वह भी औरंगाबाद का रहने वाला है . पुलिस ने रवि को दबोचने के लिए कारवाई शुरू की लेकिन लगातार फरार चल रहा था . इस बीच रेल पुलिस पर इस केस को फाइनल करने के लिए फोन आ रहे थे . एक बीमा कंपनी से भी लोग आये थे .अब पुलिस का शक और गहरा गया .लेकिन रवि का कुछ अता पता नहीं चल रहा था .लेकिन इसी बीच पुलिस को रवि के बारे में सुराग लगा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया . जब रवि से सख्ती से पूछताछ हुई तो सारा गुनाह कबूल कर लिया . जो कहानी सामने आई वह इस प्रकार था .
दरअसल रवि से मनोरमा की जान पहचान तीन साल पहले हुई थी . रवि ने मनोरमा को भरोसा दिलाया था की वह उसे सरकारी नौकरी दिला देगा . इसके लिए रवि के कहने पर मनोरमा ने औरंगाबाद के दाउदनगर स्थित अपना मकान बेच दिया . उससे जो दस लाख रुँपये मिले वह भी रवि ने ले लिया . रवि ने मनोरमा को शादी और नौकरी का झांसा देकर उसके साथ यौन शोषण भी करता रहा . लेकिन जब मनोरमा ने शादी के लिए दबाव बनाया तो पहले रवि ने शादी का फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर ढाई लाख रुपये का उसका बीमा कराया और हत्या कर दी.
रवि ने मनोरमा की हत्या की योजना एक माह पहले ही बना ली थी। जब मनोरमा ने शादी और नौकरी के लिए दबाव बनाया था रवि ने उसे रास्ते से हटाने की ठान ली। हत्या से पहले रवि ने मनोरमा के नाम से दो लाख का बीमा कराया और खुद नॉमिनी बन गया। इसके बाद 10 मार्च को मनोरमा को लेकर पटना स्थित हनुमान मंदिर पहुंचा। यहां पर रवि ने प्रसाद में नशीली चीज मिलाकर भगवान को प्रसाद चढ़ाया। उसने से प्रसाद मनोरमा को खिला दिया। फिर दोनों पैदल धनबाद जाने के लिए स्टेशन की ओर चल दिए। ट्रेन में लेट होने पर वो दोनों पैदल ही सिपारा के पास पैदल ही रेलवे ट्रैक पर घुमने लगे। इसी बीच ट्रेन को आते देख रवि ने मनोरमा को धक्का देकर गिरा दिया। जिससे तेज रफ्तार से आती ट्रेन की चपेट में आने के कारण मनोरमा की मौत हो गई।