सफलता केवल प्राप्त ही नहीं करें बल्कि उसे बनाए भी रखें
सफलता प्राप्त करने के बाद अक्सर लोग अनियंत्रित हो जाया करते हैं और सामने वाले की कीमत ही नहीं समझते हैं या फिर अपने को सबसे बड़ा तीसमार खा समझाने लगते हैं ,ये आपको पुनः पूर्व स्थिति में ले जाता है ,इससे बचना चाहिए |अगर आप संतुलित माइंड के हैं तो भी समस्या ख़त्म नहीं होतो है |आजकल कोई व्यक्ति सफल हो भी जाए तो उस स्थिति में बने रहना एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि हर सफल व्यक्ति के कई दुश्मन भी होते हैं, जो सदैव उसे नीचे गिराने का प्रयास करते रहते हैं। ऐसे में सिर्फ व्यक्ति की निष्ठा व ध्येय ही सफलता के शिखर पर बनाए रखने के लिए मददगार हो सकते हैं। यहां जानिए सफलता पाने और उसे स्थिर रखने के लिए क्या करना चाहिए-
1. खुद की योग्यता को पहचानें
किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए जरूरी है योग्यता। सबसे पहले आपको अपनी योग्यता का निर्धारण करना है, उसके बाद आपको यह तय करना है कि आप किस क्षेत्र में सफल होना चाहते हैं। यदि आप गलत क्षेत्र में प्रयास करेंगे तो वहां सफलता मिलना मुश्किल है और यदि सही क्षेत्र में प्रयास करेंगे तो आप शीघ्र ही सफल हो सकते हैं।
2. शार्टकट से मिली सफलता नहीं होती स्थाई
वर्तमान समय में जहां हर कोई एक-दूसरे से आगे बढ़ने की जुगत में लगा रहता है। वहीं कुछ लोग शार्ट कट से आगे बढ़ने में भी नहीं कतराते। उन्हें लगता है कि उन्होंने स्मार्ट वर्क कर खुद को श्रेष्ठ साबित कर दिया है। लेकिन उनकी यह सोच तब गलत साबित होती है जब उनकी सफलता स्थायी नहीं होती और उनकी पोल खुल जाती है। इसलिए यदि स्थायी सफलता चाहिए तो शार्टकट न अपनाएं।3. सफलता मिलने पर अपने कर्तव्य भूले नहीं
कुछ लोग होते हैं जो थोड़ी सफलता मिलने पर ही अपने कर्तव्य भूल जाते हैं। यहीं वे सबसे बड़ी भूल कर देते हैं। उन्हें यह बात पता होनी चाहिए कि उन्हें सफलता तभी मिली है जब उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक प्रकार से किया है। सफलता मिलने पर कर्तव्यों को भूल जाना सफलता से पुन: असफलता की ओर ले जा सकता है। इसलिए सफल होने पर भी अपने कर्तव्यों पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाने चाहिए।
वर्तमान समय में जहां हर कोई एक-दूसरे से आगे बढ़ने की जुगत में लगा रहता है। वहीं कुछ लोग शार्ट कट से आगे बढ़ने में भी नहीं कतराते। उन्हें लगता है कि उन्होंने स्मार्ट वर्क कर खुद को श्रेष्ठ साबित कर दिया है। लेकिन उनकी यह सोच तब गलत साबित होती है जब उनकी सफलता स्थायी नहीं होती और उनकी पोल खुल जाती है। इसलिए यदि स्थायी सफलता चाहिए तो शार्टकट न अपनाएं।3. सफलता मिलने पर अपने कर्तव्य भूले नहीं
कुछ लोग होते हैं जो थोड़ी सफलता मिलने पर ही अपने कर्तव्य भूल जाते हैं। यहीं वे सबसे बड़ी भूल कर देते हैं। उन्हें यह बात पता होनी चाहिए कि उन्हें सफलता तभी मिली है जब उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन ठीक प्रकार से किया है। सफलता मिलने पर कर्तव्यों को भूल जाना सफलता से पुन: असफलता की ओर ले जा सकता है। इसलिए सफल होने पर भी अपने कर्तव्यों पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाने चाहिए।