#Me Too : पांच साल की उम्र में मुझे नहीं पता था ‘बैड टच’ या ‘गुड टच ‘
# Me Too : सोशल मीडिया पर #Me Too अभियान चल रहा है|बहुत कम लोगो को पता है इस अभियान का मतलब क्या है | ये अभियान हॉलीवुड एक्ट्रेस एलिसा मिलानो ने शुरू किया है |इस अभियान के तहत दुनियाभर की महिलाएं अपने साथ हुई यौन शोषण की घटनाओं का खुलासा कर रही है|#Me Too के जरिए महिलाएं खुल कर कह रही है की हाँ मैं भी | लेकिन क्या इतना आसान है ये बोलना की मैं भी यौन शोषण का शिकार हुई हूँ शायद नहीं |
यौन शोषण का शिकार अधिकतर बच्चियां घर के बाहर नही बल्कि हमारा अपना परिवार का बहुत करीबी सदस्य ही होता है |बहुत सी लडकियां बचपन में यौन शोषण का शिकार होती है क्यूकी उन्हें ‘बैड टच और गुड टच का मतलब पता नही होता और इनका फायदा परिवार और घर के बाहर के लोग उठाते है|
सोशल मीडिया पर इस अभियान के जरिए सभी आम और खास लोग अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न को लिख रही है |शायद ही लड़की ऐसी जो भाग्यशाली हो जो यौन उत्पीड़न का शिकार नं हुई हो| बहुत सी लडकियां इन सब बातो को किसी से बोलती ही नही , और जो कुछ बोलती है उन्हें उनके परिवार में समाज में बदनामी के डर से चुप करा देते है |
इस सोशल मीडिया के जरिए लड़की अपने साथ हुई घटना को बया कर रही है की जब वो पांच साल की उम्र में जो कुछ गंदी हरकते हुई वो सब किसी और के बच्चे नं झेले ऐसी हरकत जब हो तब उन्हें क्या करना चाहिए |
बहुत बार हमारे आस पास हो रही अटपटी हरकते देख के भी चुप होते है ,बहुत सी लडकियां इनसब हरकतों को सहते सहते इग्नोर करना सिख जाती है | क्यूकी इनसब बातो का उनके परिवार ,समाज तो दूर माँ बाप भी टाल देते है और बच्ची चुप चाप सहती है |लेकिन उन्हें ये शायद पता नही की जिस परिवार , समाज ,रिश्तेदार का हम इतना ख्याल करते है व्ही हमारे इज्जत के दुश्मन है | व्ही हमे समाज परिवार इन सब में निचा दिखाते है |
इसलिए मैं उन माँ -बाप से आग्रह करती हु की अगर उनकी बच्ची यौन उत्पीड़न की शिकार हुई हो तो उनका साथ दे|अपनी बच्चियों को भरोसा दिलाए की कोई कितना भी करीबी , दोस्त ,परिवार ,कोई भी अगर तुम्हारे साथ बत्तमीजी करता है तो हमे बताओ ,हम तुम्हारे साथ है दुबारा ऐसा नही होने देगे | बच्चे सबसे ज्यादा महफूज अपने माता -पिता के साथ महसूस करते है | जब उन्हें उनका ही साथ न मिले तो टूट जाती है |इसलिए किसी की प्रवाह किये बिना अपनी बच्ची का साथ दे | ताकि ये सब अभियान की आवश्यकता ही नं पड़े |