बदहवास केजरीवाल
अरविन्द केजरीवाल की पूरी राजनीति दूसरों पर आरोप लगाने पर ही टिकी है |दिल्ली नगर निगम चुनाव के बाद जिस तरह उनकी पार्टी में इस्तीफों की झड़ी लग गई है उससे वह बुरी तरह घबरा गए गए हैं |वैसे तो इस पार्टी और केजरीवाल को खड़ा करने वाले कई प्रमुख लोग बहुत पहले ही इस पार्टी को अलविदा कह चुके हैं ,लेकिन पार्टी की मौजूदा हालत वाकई चिंताजनक है |कई इस्तीफ़ा दे चुके हैं और कई के इस्तीफे आने वाले हैं |इक के बाद एक विधान सभा चुनाव बहुत ही बुरी तरह हारने के बाद राष्ट्रीय नेता और पार्टी के रूप में अपनी औकात बखूबी समझने के बाद दिल्ली नगर निगम के नतीजों ने केजरीवाल की नींद ही उड़ा दी है |लगता है उनके सोचने समझने की शक्ति भी छीन ली है |आज तक देश में किसी भी पार्टी के नेता ने चुनाव हारने के बाद इतने बहाने नहीं बनाए जितने केजरीवाल ने |
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल अब अपने विधायकों और पार्षदों को भगवन का डर दिखा कर अपने साथ बने रहने को मजबूर कर रहे हैं |उन्होंने अपने घर पर दिल्ली के नव निर्वाचित पार्षदों को बुलाकर उन्हें बधाई दी |उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में उनके १७ विधायक नहीं आये |शायद इस बात ने उन्हें और भी परेशान कर दिया |
नव निर्वाचित पार्षदों को बधाई देने के बाद उन्होंने उन्हें शपथ दिलाई कि वे कभी भी उनका साथ नहीं छोड़ेंगे |सुनिए ज़रा केजरीवाल जी ने क्या कहा ,” नगर निगम में दल बदल क़ानून लागू नहीं होता है |इसलिए आपको तोड़ने की कोशिश की जायेगी |आपको लालच दिया जाएगा |अगर कोई भी पैसा लेता है तो वो फलेगा नहीं |अगर आपने धोखा दिया तो भगवान् आपको कभी माफ़ नहीं करेगा |सभी के फोन में रिकार्डिंग होती होगी |कोई भी फ़ोन आता है तो उसको रिकार्ड करना है,ताकि बाद में प्रेस कांफ्रेंस कर लोगों को बता पायें “|
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उन्हें इतनी भी समझ नहीं कि जनता को कदम – कदम पर ठगने वाले और पार्टी बदलने वाले नेता या राजनेता भगवन के शाप से कभी नहीं डरते |उन्हें ज़मीर का वास्ता देना दिवालियापन है जो सिर्फ केजरीवाल ही कर सकते हैं |और वैसे भी ज़मीर का वास्ता वही दे सकता है जिसका अपना कोई ज़मीर हो |इस बात को केजरीवाल और उनके बचे – खुचे साथी अच्छी तरह जानते हैं |अब उन्हें अपने साथिओं पर भी भरोसा नहीं रहा ,कल तक ई वी एम् पर नहीं था |अब उनकी मजबूरी है कि ई वी एम् को तो भगवान् की कसम खिला नहीं सकते , तो अपने उन सहयोगियों को ही खिला रहे हैं जो कभी भी उनका साथ छोड़ कर किसी दुसरे का दामन थाम सकते हैं |केजरीवाल साहब अपनी बची – खुची मुर्गियों को संभालिये वर्ना कहीं के नहीं रह जायेंगे आप |वैसे अब एक बात आप भी गाँठ बांध लीजिये कि दूसरों पर अनर्गल आरोप लगाने और अपने साथिओं से दगा करने वाले का साथ भगवान् तो क्या इंसान भी नहीं देता |