नीतीशजी अपने राज्य की फ़िक्र कीजिये …..

प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आजकल बिहार से ज्यादा उत्तरप्रदेश और उन राज्यों की चिंता ज्यादा सताने लगी है जो भाजपा शासित हैं | इतना ही नहीं आजकल वो भी लालूजी के रंग में रंग कर केंद्र और उत्तर प्रदेश में फिर से चुनाव करा लेने की चुनौती देते नज़र आ रहे हैं |शायद इस तरह के बयान देकर वे उस दबाव को कुछ कम करने की कोशिश कर रहे हैं जो उनकी सहयोगी पार्टियों के कारण रोज़ बढ़ता जा रहा है |खासकर राजद के कारनामो ने उनकी मुश्किलें काफी बढ़ा दी है | इसी मुश्किल और उससे उपजने वाली समस्यायों से बिहार के लोगों का ध्यान हटाने के लिए अब नीतीश आये दिन कभी झारखण्ड के मुख्यमंत्री रघुबर दास तो कभी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगीजी को चुनौती देने लगे हैं |किसानो से जुडी समस्या और किसानो की ख़ुदकुशी जरूर ही चिंता का विषय है ,लेकिन नीतीश को यह समस्या भी सिर्फ उन्ही राज्यों में दिखाई देती है जहा भाजपा ( एन डी ए ) का शासन है | उनकी नज़र में बिहार में और कांग्रेस शासित राज्यों के किसान खुशहाल हैं |उनका बस चले तो शायद वो यह भी कह दें कि किसानो की समस्या विगत तीन वर्षों से ही है | नीतीश जी उत्तर प्रदेश की सड़कें ,वहां की कानून व्यवस्था , वहां की शराब बंदी और वहां की तरक्की को रोज ही चुनती देते हैं |नीतीशजी  आप विगत १२ वर्षों से बिहार के मुख्यमंत्री हैं और योगीजी  ने अभी तीन माह पूर्व ही उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाली है | एक कहावत है कि ” सूप बोले तो बोले छलनी बोल रही है जिसमे खुद ही बहत्तर छेद  है “| आप की हालत बिलकुल इस कहावत को चरितार्थ करती है | बिहार में किसानो की दुर्दशा  और उनका दयनीय हाल किसी से छिपा नहीं है | बेहतर हो कि , उत्तर प्रदेश , मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र का उदाहरण देने से पहले आप अपने गिरेबान में झाँक लें |उन राज्यों को देख लें जहाँ कांग्रेस का शासन है |लेकिन अब शायद आपकी हिम्मत उस कांग्रेस की आलोचना करने की नहीं बची जिसका विरोध कर आप सत्ता में आये थे |आज तो बिहार में वही कांग्रेस आपकी पार्टनर है और उसी के मंत्री ( शिक्षा मंत्री ) की  मेहरबानी से प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था रसातल में पंहुच चुकी ही | आपके बड़े भाई और राजद सुप्रीमो लालूजी की सरपरस्ती मिलते ही राज्य में किस तरह गुंडा राज्य कायम हो गया है वो तो आप भी देख ही रहे होंगे |ये बात अलग है कि उसके खिलाफ कुछ करने या कहने का साहस आप नहीं कर सकते | सरकार जो चलानी है |आपने जो शराब बंदी की है उसका हश्र भी आप देख ही रहे होंगे | पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों की देख -रेख में यह धंधा किस तरह आप के राज्य में फल -फ़ुल रहहि ये आपसे भी नहीं छुपा है |आपकी लाख  कोशिशों और सख्ती के बाद भी इस पर रोक नहीं लग पा रही है | प्रदेश में अपराध का ग्राफ जिस तेजी से बढ़ा है उससे तमाम बिहारवासी त्रस्त हैं | प्रदेश के समाचार पत्र हत्या ,लूट , बलात्कार ,अपहरण और तमाम छोटे -बड़े अपराधों की खबर से भरे पड़े हैं | आपके राज्य के कई जिलों में लड़कियों ने स्कूल – कॉलेज जाना बंद कर रखा है क्यंकि असामाजिक तत्वों ने उनका जीना हराम  कर रखा है | अब ऐसे में आपका उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर कटाक्ष करना या उन्हें चुनौती देना आपको शोभा नहीं देता | पहले अपना घर तो संभाल लीजिये | वैसे भी देश में चुनाव तो होते ही रहेंगे ,अपनी “श्रेष्ठता ” सिद्ध कर लीजियेगा |बहुत से मौके मिलेंगे आपको |आपके प्रदेश में शिक्षा  व्यवस्था रसातल में है ,किसानो का बुरा हाल है , अस्पतालों की हालत बद से बदतर हो चुकी है ,उद्योग और नौकरी नाम की चीज नहीं  है और अपराधों के बढ़ते ग्राफ ने बिहारवासियों की नींद हराम कर रखी है | अब इतनी समस्याओं के होते हुए आप उत्तर प्रदेश की चिंता करने लगे तो बिहार का क्या होगा | आपसे लोगों को अब भी काफी उम्मीद है क्यूंकि आपका मूल चरित्र कांग्रेस और राजद से अलग है | अब अगर आप मुख्यमंत्री बने रहने और अपनी सरकार बचाए रहने के लिए हर मोर्चे पर समझौता करते जायेंगे तो फिर प्रदेश का क्या होगा | राज्य की जनता को अब यकीन होता जा रहा है कि लालूजी और सोनियाजी को खुश रखने के चक्कर में आप बिहारवासियों के तमाम हितो की आहुति चढाते जा रहे हैं |उम्मीद है की आप अपना पूरा ध्यान बिहार के विकास और इसकी समृद्धि पर ही देंगे न कि , भाजपा शासित प्रदेशों की चिंता में ” घुलते ” रहेंगे |

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