आपरेशन शराब में शराब ही शराब…….
आपने यूँ तो कई प्रदर्शनियां देखीं होंगी,मगर क्या आपने शराब और शराबियों की प्रदर्शनी देखी है क्या ? नही, तो हम आपको आज दिखायेंगे,चूहे ने शराब के साथ बिहार में मचाया आतंक और इस खबर ने जब सरकार की कराई किरकिरी तो सरकार ने किया हल्ला बोल।
कोई खड़ा कोई बैठा,कोई मुंह छुपा रहा तो कोई नज़रें चुरा रहा,दरअसल इन्होंने शराब पीने का जुर्म किया है। ये है 100 से ज्यादा शराबी,हर उम्र हर वर्ग के,पुरुष भी महिला भी..शराबबंदी को एक साल से ज्यादा हो गए मगर बिहार में शराब पर पूर्ण प्रतिबन्ध लग नही पाया।चोरी छुपे शराब की खेप बिहार पहुंचते रही,लोग शराब पीते रहे।पिछले दिनों जब थाना के मालगोदाम से शराब के गायब होने की खबर आई तो बवाल और बढ़ा क्योंकि दलील चूहे के शराब पीने की दी जाने लगी।सो खुद मुख्यमंत्री ने मोर्चा थामा,बुधवार को बिहार के तमाम जिलों के एस पी और जिलाधिकारी से हुई बात, और नतीजा आज सामने।पटना के करीब एक दर्जन से ज्यादा थानों ने आपरेशन शराब की मुहीम चलाकर शराब और शराबियों को पकड़ा।और लोगों तक सन्देश साफ़ पहुंचे सो इनलोगों की कराई परेड।
सरकार की शराबबंदी के बाद भी शराब मिलने से हो रही थी किरकिरी।सरकार परेशान सो पुलिस को फ्री हैंड,बस सूबे से शराब और शराबी गायब हो जाएँ।सो पुलिस ने बनाया शराब को प्रतिष्ठा का प्रश्न और नतीजा ये।
तो अब बिहार में एक मुहीम, शराब दिखे नही और अगर दिखे तो उस पर चले रोलर ,और शराबी जाए सलाखों के पीछे वो भी इस तरह के परेड के बाद दस सालों के लिए |