खुल गया राज़ पांच करोड़ की अंगूठी का
मिल गई पांच करोड़ की अंगूठी…
..एक महीने की जांच के बाद सामने आया सच
….पटना से मुम्बई पहुंच गया था अंगूठी..
पांच करोड़ की अंगूठी का राज खुल गया।पिछले एक महीने से पटना पुलिस पांच करोड़ की इस अंगूठी का राज को तलाशने में जुटी थी।लेकिन आज जब अंगूठी मिला तो राज भी सामने आ गया।
पटना के एसएसपी मनु महाराज के हाथ मे यह जो आप अंगूठी देख रहे है वह कोई साधारण अंगूठी नही है बल्कि उसकी कीमत है पांच करोड़ रुपये। करीब ग्यारह रत्ती के बेशकीमती रूबी का है यह अंगूठी।हालांकि अन्यर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत इससे भी ज़्यादा है।अब हम आपको बताते है कि यह अंगूठी पुलिस के लिए क्यो बना था परेशानियों का सबब। दरअसल पिछले महीने यानी 26 मार्च को कोतवाली इलाके में रहने वाले बबन चौबे ने एक कंप्लेन कोतवाली थाने में लिखाई थी कि राजाबाजार के रहने वाले मुस्ताक अपने साथियों के साथ उनके घर आया और रिवाल्वर दिखाकर उनसे पांच करोड़ की अंगूठी ,पचास हजार रुपये नगद सहित कई चीजें लूट कर चला गया।
इस सूचना के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।कुछ सीसीटीवी फुटेज भी खंगाला गया।लेकिन इस मामले में शिकायतकर्ता बबन चौबे का बार बार बदलता बयान शक के घेरे में आ गया था।क्योंकि यह अंगूठी बबन चौबे का भी नही बल्कि उनके पड़ोसी एक रिटायर कर्नल जे एस राव का था जो इसे बेचना चाहते थे और पटना से बाहर जाने के पहले बबन चौबे को देकर गए थे।पुलिस की जांच शुरू होने के बाद पुलिस ने मुस्ताक की तलाश शुरू की |
इस क्रम में सबसे पहले मो अली को गिरफ्तार किया गया।मो अली के ही मारुति वैन से सभी घटना के दिन बबन चौबे के घर गए थे।मो अली से उन्हें मो वशीर के बारे में पता चला।यह भी पता चला कि मो बशीर और बबन चौबे जमीन की खरीद बिक्री का काम करते थे और एक जमीन का 15 लाख रुपया वशीर ने बबन चौबे को दिया था।जिसको लौटने में वो आनाकानी कर रहे थे।इस बीच बबन चौबे ने वशीर को पांच करोड़ की अंगूठी दिखाई थी और कहा कि इसको बेचने के बाद तुम्हारी रकम लौट देंगे।मो।वशीर के अनुसार घटना के दिन बबन चौबे ने खुद ही उसे अंगूठी बेचने को दी थी और बाद में पुलिस के सामने लूट की कहानी बनाई।जबकि जिस मुस्ताक पर उन्होंने आरोप लगाया था वह उसका दोस्त है और इस घटना से उसे कोई लेना देना नही था।वशीर के अनुसार वह अंगूठी लेकर मुम्बई बेचने गया था लेकिन उससे वहाँ अंगूठी के कागजात मांगे गए। जो उसके पास नही थे जिसके बाद वह पटना लौट गया था लेकिन पटना में जब उसे एफआईआर की जानकारी मिली तो वह डर गया था।और एपने घर पर नही रह रहा था।वशीर के पास से ही पुलिस को पांच करोड़ की अंगूठी मिली।
अपनी अंगूठी बरामद होने के बाद कर्नल पटना पुलिस को धन्यवाद दे रहे है।