पीपा पुल की सेवा 15जून से समाप्त

 

  • पीपा पुल 15 जून से खुलने लगेगा. दरअसल माॅनसून के दस्तक देने के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में यह निर्णय लिया गया है. पीपा पुल के खुलने के बाद वाहनों का दबाव फिर से गांधी सेतु पर बढ़ जायेगा और परिचालन में मुश्किलें आयेंगी.
    महात्मा गांधी सेतु के जाम से छोटे वाहन बचे रहें और परिचालन बाधा रहित हो, इसके लिए गायघाट के समीप पीपा पुल तैयार किया गया था. पर यह सुविधा अब मात्र सात दिन और मिलेगी. पीपा पुल 15 जून से खुलने लगेगा. दरअसल माॅनसून के दस्तक देने के बाद गंगा का जलस्तर बढ़ने की स्थिति में यह निर्णय लिया गया है. पीपा पुल के खुलने के बाद वाहनों का दबाव फिर से गांधी सेतु पर बढ़ जायेगा और परिचालन में मुश्किलें आयेंगी. कि गांधी सेतु पर हाजीपुर की तरफ पाया संख्या एक से 12 व पटना की तरफ पाया संख्या 38 से लेकर 46 के बीच परिचालन वनवे है. इसके कारण हर रोज जाम लगता है. ऐसे में पीपा खुलने के बाद समस्या और बढ़ जायेगी.

जलस्तर नहीं बढ़ा, तो अभी और मिलेगी सुविधा : बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के कनीय अभियंता जंग बहादुर सिंह ने बताया कि करार के मुताबिक 15 जून से पीपा पुल को खोलना है, हालांकि गंगा का जलस्तर नहीं बढ़ा, तो 10 दिन और पीपा पुल की सुविधा मिलेगी. निर्माण एजेंसी के शैलेंद्र कुमार ने बताया कि 15 जून के बाद पीपा पुल खोलने की प्रक्रिया आरंभ हो जायेगी. पीपा पुल की लंबाई दो किलोमीटर है. 160 पीपाें को जोड़ कर इसे बनाया गया है. पुल की चौड़ाई 16 फुट है, जिस पर पांच टन से कम क्षमतावाले वाहनों का परिचालन होता है. पुल के निर्माण में लगभग 89 करोड़ रुपये की लागत आयी थी.

नहीं बन सका दूसरा पुल : पटना से जाने के लिए पूरब की तरफ में ही डाउन स्टीम में दूसरा पुल बनाया जाना था, जिसके लिए काम भी आरंभ हो गया. लेकिन दूसरे पुल का निर्माण नहीं हो सका है और इसी बीच में मानसून आने की स्थिति में पीपा पुल खोलने की तैयारी शुरू हो गयी है.
पटना सिटी : महात्मा गांधी सेतु और एनएच पर मालवाहक वाहनों को रोक यात्री वाहनों को निकालने का सिलसिला बुधवार को भी कायम रहा. दरअसल वाहनों का दबाव एनएच व सेतु पर बढ़ने और हाजीपुर में हुए आंदोलन की वजह से सेतु पर वाहनों की कतार लग गयी. इसका असर एनएच पर दिखा. दिन भर रुक-रुक कर जाम की स्थिति कायम रही.

ट्रकों को कतार में खड़ा किये जाने की स्थिति में भी यात्री वाहनों को रफ्तार नहीं मिल पा रही थी. जाम का यह सिलसिला जीरो माइल बड़ी पहाड़ी से आरंभ होकर वन वे परिचालन स्थल तक बना था. सेतु पर तैनात यातायात थाना के प्रभारी दारोग मनसुख ने बताया कि मालवाहक वाहनों को रोक कर यात्री वाहनों को धीरे-धीरे निकाला जा रहा है. इधर, सेतु के जाम का असर एनएच की सड़कों पर भी दिखा . एनएच पर भी दिन भर रुक-रुक कर जाम लगता रहा. इतना ही नहीं जाम का असर पटना-मसौढ़ी रोड व पुरानी बाइपास में भी दिखा.

धनुकी से गांधी सेतु पर जानेवाले वाहनों को रोक कर धीरे-धीरे निकाला जा रहा था. इसी बीच वीआईपी मूवमेंट को लेकर वाहनों के परिचालन रोके जाने से भी बीच-बीच में जाम की समस्या गंभीर हो जा रही .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share via
Copy link
Powered by Social Snap