चोरी के बाद सीनाजोरी
बिहार में इन दिनों राजनितिक तपिश काफी तेज़ है।ऐसे में नेताओं के बिगड़ रहे हैं बोल।जेल में मोबाइल मिल जाए तो मचे हडक़म्प मगर बिहार के नेता जी अजीबोगरीब दलील दे रहें,सुनेंगे तो आप भी चौक जायेंगे।जेल के कैदी से किसकी नही होती बात।अगर किसी नेता की होती है बात तो इसमें गलत क्या है।ये हैं एक पूर्व सांसद के ब्यान,जिसने उठाये कई सवाल।
पिछले कुछ दिनों से लालू यादव लगातार विवादों में हैं और अब एक नया विवाद जिसमे इन पर लगा है जेल में बन्द बाहुबली शहाबुद्दीन से बात करने के आरोप।विपक्ष हमलावर है,सवालों के बौछार और केंद्र में बिहार सरकार।
ये है शिवानन्द तिवारी,कद्दावर और काफी वरिष्ठ नेता,पूर्व सांसद ।लालू यादव से मिल कर लौटे और जब लालू के आवास के बाहर इनसे पूछे गए सवाल।तो सुनिये इनका बयान।सुन आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। शिवानंद ने कहा कि जेल में किस पार्टी के नेता की बात नही होती है। यहां तक कि जेल से तो हाइकोर्ट की भी बात होती है। अरे शिवानंद जी ये क्या कह गए आप। अपनी पार्टी के नेता की गलती छुपाने के लिए इतना गंभीर आरोप लगा दिया।
इधर आरोपों से तिलमिलाई सरकार।जदयू अपने नेता बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि को बनाने में लगी है।वो कानून के राज को समझाने में जुटे हैं और जब उनसे पूछ गया शिवानन्द तिवारी के बयान पर जवाब तो उनकी भी बोलती बन्द।
ऐसे बयान का क्या बचाव जहाँ नेता जी खुद की दाग को छुपाने को दूसरों को दागदार बनाने में जुटे हैं।
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