सिमरन काण्ड लव जिहाद के एक बडे रैकेट की कारगुजारी तो नही?
ढाका के बहुचर्चित सिमरन कांड में बिहार सरकार के गृह विभाग (आरबी शाखा) ने गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भेज दी है. रिपोर्ट में सिमरन के पिता राजीव कुमार सिंह हत्याकांड(डुमरा थाना कांड संख्या 318/10) में 12 अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित करने का उल्लेख करते हुए कहा गया है कि उसकी मां की हत्या के संबंध में कुछ पता नहीं चल सका. ढाका कांड में मुख्य आरोपित मोहमद शमीम व प्राथमिकी सभी अभियुक्तों के पूर्व का अापराधिक इतिहास भी खंगालने की बात कही गयी है.
अब तक मिले अापराधिक रिकार्ड के अनुसार अभियुक्तों पर विभिन्न थानों में 14 मामले दर्ज है. भाई अमनदीप सिंह की हत्या में अमरेश सिंह सहित आठ नामजद अभियुक्त के विरुद्ध आरोप पत्र समर्पित किया गया है. मामले की जांच पुलिस महानिरीक्षक द्वारा की गयी है.
_____*✍सिमरन कांड_____*
*📜पिता, भाई व मां की हो चुकी है हत्या*
*📜आरोपित चदंन व खालिद का पता नहीं*
सिमरन कांड में शमीम के साथ आरोपित चंदन व खालिद का अब तक पुलिस को नहीं मिल सका है सुराग. दोनों आरोपियों की खोज पुलिस के लिए अबूझ पहेली बनी हुई है कि आखिर चंदन व खालिद कौन है. सूत्रों के अनुसार चंदन ढाका के पास का एक युवक है जो सिमरन की रखवाली करता था. जबकि खालिद सिमरन को सिलीगुड़ी ले जाकर कुछ दिन साथ रखा था. ढाका थानाध्यक्ष राकेश कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों की अब तक पहचान न हो सकी है. इसके खोज के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है.
*📜सिमरन कांड एक नजर में*
पिता राजीव सिंह की हत्या – डुमरा थाना कांड संख्या 318/2010 मामले में 12 नामजद
*📜भाई अमनदीप की हत्या- डुमरा थाना कांड संख्या 05/2009*
*📜2012 में मां खुशबू की सूई देकर हत्या-पुलिस को न शव मिला न सुराग*
*📜सिमरन कांड ढाका- थाना कांड संख्या 44/15*
आरोप है कि शमीम सिमरन का अपहरण करने के पहले बिहार के सीतामढ़ी में रहने वाले उसके माता-पिता और भाई की हत्या करवा चुका है. गौरतलब है कि बांग्लादेश की राजधानी ढाका में कबाड़ का कारोबार करने वाला शमीम 26 फरवरी, 2016 को उस समय फरार हो गया था, जब ढाका पुलिस ने उसके ठिकाने पर छापेमारी कर तस्करी का सामान बरामद किया था. शमीम के इस ठिकाने पर पुलिस को एक तहखाना भी मिला था, जिसमें उसने अपने साथियों समेत सिमरन नामक युवती को कैद कर रखा था. ये बदमाश सिमरन को बेहोश रखने के लिए नशीली दवाइयों का इंजेक्शन दिया करते थे. बताया जाता है कि सिमरन अपहरण मामले का मुख्य आरोपी शमीम सिमरन से देह व्यापार का धंधा कराने के साथ ही उससे निकाह कर उसकी पूरी संपत्ति पर अपना कब्जा जमाना चाहता था. सिमरन सीतामढ़ी स्थित बाजपट्टी के एक संपन्न परिवार से ताल्लुक रखती है. आरोप है कि सिमरन के पिता की भी हत्या शमीम ने ही करायी है. सिमरन के पिता का शव शिवहर इलाके से लावारिस हालत में मिला था. इतना ही नहीं, आरोप यह भी है कि शमीम ने ही सिमरन की मां खुशबू और उसके भाई अमनदीप की भी हत्या कर करवा चुका है. उसके भाई अमनदीप का शव रेलवे ट्रैक से बरामद किया गया था. जेल में शमीम को मिली थी सिमरन की मां खुशबू सिमरन की मां खुशबू और शमीम की मुलाकात सीतामढ़ी जेल में हुई थी. वह उस समय प्रताड़ना के मामले में बंद अपने पति से मिलने जेल जाती थी. इसी दौरान मुलाकातों में शमीम ने खुशबू को अपने जाल में फंसा लिया. जेल से निकलने के बाद उसने उसे शादी का प्रस्ताव दिया था. पति और बेटे की हत्या के बाद खुशबू सिमरन को लेकर शमीम के यहां चली गयी थी. तब सिमरन छोटी थी. बताते हैं कि शमीम दोनों को लेकर दर्जिंलिंग चला गया. वहीं किराये के मकान में खुशबू के साथ रहता था. सिमरन जब बड़ी होने लगी, तो उसकी नजर खुशबू के साथ उस पर भी पड़ने लगी. इसके बारे में जब खुशबू को पता चला, तो उसने विरोध किया. इसके बाद शमीम ने खुशबू की हत्या की साजिश रची.