तीन बेटियां तीन तलाक़
देश में तीन तलाक को लेकर बहस चल रही है। तीन तलाक का ताजा मामला सामने आया है बिहार के छपरा जिले में जहां एक महिला को उसके पति ने केवल इसीलिए तलाक दे दिया क्यों पत्नी ने तीन बेटी को जन्म दिया है।
-ये है 33 साल की गुलशन आरा,17 साल पहले शादी हुई थी,पति सऊदी अरब में इलेक्ट्रिशियन का काम करता है…17 साल पहले बड़े ही धूमधाम से शादी हुई…बाप नही होने के वावजूद मां ने शादी में कोई कमी नही की…शादी के 4 साल के बाद गुलशन ने किसी बच्चे का जन्म नही दिया।ससुराल में सास,ननद और गौतनी ने टार्चर करना शुरू कर दिया…बेटे के दूसरी शादी की बात भी शुरू हो गई लेकिन 4 साल के बाद गुलशन ने एक बेटी मुनीरा अख्तर को जन्म दिया…घर मे फिर टार्चर बेटी क्यों हुई बेटा क्यों नही…पति साल के 5 महीने बिहार और 7 महीने सऊदी अरब में रहता था…एक के बाद दूसरी कुलसुम अख्तर और दूसरी के बाद तीसरी बेटी आरजू अख्तर का जन्म हुआ…फिर क्या था पति ने तलाक देकर गुलशन को घर से निकाल दिया।
गुलशन की छोटी बेटी आरजू मात्र 9 महीने की है…और दूसरी बेटी कुलसुम 10 साल की है…लेकिन इनके परवरिश के लिए गुलशन के पास ना ही घर है और ना ही पैसे…बेटी पढ़ना चाहती है लेकिन गुलशन के पास पैसे नही है…गुलशन फिलहाल पटना में अपनी मां के पास रह रही है जहाँ चार भाई और उनका परिवार भी है..मां बूढ़ी हो चुकी है…गुलशन की दोनों बेटी आज भी अपने घर मे हुए टार्चर को याद कर फफककर रोने लगती है…और बताती है कि कैसे उसकी दादी और पिता गुलशन को मुंह बाधकर मारा करते थे।
गुलशन आज सड़क पर है…मामला कोर्ट में चल रहा है…ससुराल वाले गुलशन को देखना भी नही चाहते है…पति दूसरी पत्नी के रूप में एक महिला को घर मे रखे हुए है…कोर्ट के फैसले के बाद शादी करेगा…गुलशन तीन बेटी को जन्म देने की सजा भुगत रही है…इस्लाम धर्म के जानकार की माने तो गुलशन के मामले में इस्लाम को आधार बनाकर पति गलत कर रहा है…जिसे कही से भी जायज नही कहा जा सकता है।
बहरहाल आज गुलशन सड़क पर है…अपनी तीनों बेटी को लेकर दर दर की ठोकर खा रही है…ना घर है और ना ही पैसे…अपने बेटी को खिलाने के ना पैसे है…ना पढ़ाने के और ना ही कपड़े पहनाने के…तीन बेटी और तीन तलाक ने आज गुलशन की जिंदगी को बर्बाद कर दिया है…लेकिन सवाल यह है कि इसका जिम्मेदार कौन है…क्या बेटी पैदा करना गुनाह है?