प्राथमिक शिक्षा को स्तरीय बनाए बिना सामाजिक न्याय संभव नही।

भाजपा नेता और शिक्षाविद् मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि सामाजिक न्याय की पहली शर्त सभी को समान तरीक़े से स्तरीय प्राथमिक शिक्षा उपलब्ध कराना है।केवल नौकरी के स्तर पर सामाजिक न्याय की बात करना ठीक नही है।यही कारण है कि सामाजिक न्याय के विभिन्न कार्यक्रम का लाभ केवल कुछ परिवारों तक सीमित हो कर रह गया है।पुराने सामंती व्यवस्था की जगह एक नवसामंतवादी व्यवस्था बनती जा रही है।

लालू और मुलायम जैसे नेताओं के कारण सामाजिक न्याय का आंदोलन भटक चुका है।हमें एक ऐसी व्यवस्था बनानी चाहिए जिसमें राजा और भंगी दोनों की संतानों की शिक्षा एक समान तरीक़े से हो।इस दिशा किसी तरह का प्रयास नहीं होना घोर निराशा जनक है।मैं देश के प्रधानमंत्री मोदी जी से अपील करता हूँ कि वे इस दिशा मे ठोस प्रयास करें।

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