ऐसे ही खेलना होगा बाकी के मैचों में भी …..

लन्दन के ओवल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत ने जो खेल दिखाया वह लाजवाब था | अब भारत इस चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट के अंतिम चार में पंहुच चुका है |गत चैंपियन भारत का अगला मुकाबला बांग्लादेश से ही होगा | क्यूंकि ग्रुप बी में उसका शीर्ष पर रहना रन रेट के हिसाब से लगभग तय है |पाकिस्तान और श्रीलंका मैच में कोई भी जीते उसका रन रेट इतना होना लगभग नामुमकिन है कि , वह भारत को पीछे छोड़ सके |भारत ने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध जिस ढंग से विजय हासिल की वह अद्भुत तो था ही बेहद प्रभावशाली भी था |कारण यह कि , खेल के सभी विभाग ( फील्डिंग , बॉलिंग ,बैटिंग ) में उसकी श्रेष्ठता निर्विवाद रही |उम्मीद थी कि इस मैच को जीतने के लिए भारत को एडी -चोटी का पसीना एक करना होगा ,लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ |कोहली ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग ली ,जो कि एक सही निर्णय था | कारण यह कि ,भारत विजय लक्ष्य का पीछा शानदार ढंग से करने के लिए मशहूर है |वैसे भी जिस टीम में कोहली , शिखर ,रोहित ,युवराज और धोनी जैसे धाकड़ बल्लेबाज हो उसे लक्ष्य का पीछा करने में हमेशा आसानी होती है |टीम इण्डिया के पास धोनी के रूप में दुनिया का सबसे बेह्तरीन ‘ फिनिशर ‘ है जिससे विपक्षी गेंदबाज डरते हैं | फिनिशर के रूप में टीम को एक नया खिलाडी भी मिल गया है और वो है हार्दिक पंडया |कुल मिलाकर भारत के पास लक्ष्य का पीछा करने के लिए दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं और इसकी गवाही आंकड़े भी देते हैं |दक्षिण अफ्रीका टीम हमेशा ही अहम् मुकाबलों में फिस्सडी साबित होती रही है और शायद इसीलिए उसे ‘ चोकर ‘ की संज्ञा दी गयी है |कल भारत के खिलाफ टूर्नामेंट के बेहद अहम मुकाबले में भी उसका प्रदर्शन फिस्सडी रहा |जिस टीम में हाशिम अमला , डू प्लेसिस , ए वी डिविलियर्स , डीकॉक और डुमनी जैसे बल्लेबाज हो वह टीम २०० का भी आंकड़ा न छू सके तो इसे आप क्या कन्हेगे |वैसे कल भारत की गेंदबाजी और फील्डिंग के आगे किसी भी टीम का दम निकल ही जाता |

भारत को मात्र १९२ रनों का विजय लक्ष्य मिला था जो भारत की बैटिंग पावर को देखते हुए बहुत ही साधारण था |रोहित शर्मा के जल्दी आउट होने के बाद शिखर धवन और कोहली ने बड़े ही इत्मिनान और आत्मविश्वाश के साथ खेलते हुए अपनी टीम को विजय लक्ष्य तक पहुंचा दिया |शिखर ने इस पूरे टूर्नामेंट में लाजवाब बैटिंग की है | पहले मैच में  पाकिस्तान के खिलाफ अर्धशतक , दूसरे मैच में श्रीलंका के खिलाफ शतक और दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध भी अर्धशतक |वैसे ,अगर कल ओवल में उन्होंने अपने -आप पर हल्का सा धैर्य रखा होता तो युवराज को मैदान पर उतरने की जरूरत ही नहीं पड़ती |बहरहाल , शिखर की आक्रामकता ही उनके खेल का आकर्षण है |भारत की आठ विकेट की जीत में उसके कप्तान विरत कोहली की बेहतरीन पारी के अलावा उनकी शानदार कप्तानी की भी तारीफ़ की जाएगी |मैच के अंतिम चरण में युवराज का आत्मविश्वाश और उनका विजयी छक्का काफी सुखद था |१२ ओवर बाकी रहते भारत ने विजय प्राप्त कर ली |भारत की इस जीत ने बांग्लादेश टीम को अवश्य ही चिंतित कर दिया होगा ,हांलाकि  न्यूजीलैंड के खिलाफ इस एशियाई टीम ने शानदार खेल दिखाया है |इस टीम को अब दुनिया की कोई भी टीम हलके में नहीं लेती | वैसे भारत के विरुद्ध उलट -फेर करना फिलहाल बांग्लादेश के बूते से बाहर लगता है ,इसके बावजूद कोहली एंड कम्पनी को पूरी गंभीरता से खेलना होगा |गेंदबाजी में अश्विन की वापसी से भारत की टीम और भी संतुलित हो गई है |उम्मीद है बाकी के दो मैचों में भी भारत मैच के तीनो विभागों में अपनी गंभीरता और प्रयास को बरकरार रखेगा |हर भारत वासी को टीम इंडिया के हाथों में चैंपियंस ट्रॉफी का इंतजार रहेगा | बेस्ट ऑफ लक |

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