जीरो फिगर की चाह में, हो सकता है एनोरेक्सिया वर्सोवा

आज कई महिलाओं में ‘जीरो फिगर’ पाने का क्रेज देखने को मिलता है| डायटिंग करना,दवाईयों का सहारा लेना और यह तक ही ब्यूटी क्लिनिक और सर्जरी का सहारा लेना भी आम होता जा रहा है| कई बार इसका नकारात्मक असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है|
मेडिकल टर्म में ऐसी स्थिति को ‘एनोरेक्सिया वर्सोवा कहा जाता है| यह एक मानसिक विकार है व्यक्ति को हमेशा यह फोबिया रहता है की वह मोटापे का शिकार हो रहा है |भय में व्यक्ति वजन कम करना शुरू कर देता है,और भोजन करना छोड़ देता है जो कई बार खतरनाक हो जाता है|जीरो फिगर की धुन में एनोरेक्सिया से पीड़ित व्यक्ति एक्सपर्ट से सलाह नहीं लेते और दुबला होने के लिए अपने ही तरीके अपनाते है स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
* संतुलित आहार न लेने से इम्यून सिस्टम गड़बड़ा जाता है, कई बीमारियां उसे घेर लेती है |
* रक्तचाप कम होने से हृदय गति असामान्य हो जाती है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है |
* हार्मोंस और इलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बिगड़ जाता है मासिक धर्म अनियमित हो जाता है |
* आहार में पौष्टिक तत्वों की कमी का प्रभाव रक्त में हिमोग्लोबिन पर पड़ता है, जिसके कमी के कारण त्वचा का रंग पिला पड़ जाता है |
* व्यक्ति कुपोषण का शिकार हो जाता है, कमजोरी और थकान महसूस होता है |
* स्किन ड्राई हो जाती है प्राकृतिक चमक खो जाती है |
* भोजन में कैल्शियम की कमी की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना बढ़ जाती है |
* पाचन क्रिया भी खराब हो जाती है, अपच, पेट दर्द, कब्ज ,अतिसार जैसा विकार होने लगता है |

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