अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह का मुद्दा अभी ठंडा नहीं हुआ कि एक और मुद्दे ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। इस बार मामला ‘अढ़ाई दिन के झोंपड़े को लेकर उठा है।
प्रदेश में 59 नगर परिषदों का कार्यकाल खत्म होने के बाद हाल में सरकार ने यहां प्रशासक तैनात कर दिए हैं। वन स्टेट वन इलेक्शन की व्यवस्था को लेकर बीजेपी ने आधिकारिक तौर पर कोई ऐलान तो नहीं किया है।
राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को लेकर हिंदू सेना ने दावा किया है कि यह स्थान पहले शिव मंदिर था। इस याचिका का आधार पूर्व न्यायिक अधिकारी हरबिलास शारदा की 1911 की पुस्तक है।
Ajmer Dargah Shiv Mandir Controversy: देश और दुनिया में अमन और शांति का पैगाम देने वाली अजमेर में स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह एक बार फिर से सुर्खियों में है।
याचिका में चुनाव में गड़बड़ी, गलत शपथ पत्र, नामांकन प्रक्रिया में खामियां और मतदाताओं को प्रलोभन देकर चुनाव जीतने के आरोप लगाए गए हैं। हाईकोर्ट ने सभी पक्षों से 16 दिसंबर तक जवाब मांगा है।
याचिका में चुनाव में गड़बड़ी, गलत शपथ पत्र, नामांकन प्रक्रिया में खामियां और मतदाताओं को प्रलोभन देकर चुनाव जीतने के आरोप लगाए गए हैं। हाईकोर्ट ने सभी पक्षों से 16 दिसंबर तक जवाब मांगा है।
udaipur city palace fight: मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बड़े बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ की चित्तौड़ के किले में परंपरा के अनुसार राजतिलक की रस्म हुई।
शहर में एक बार फिर लॉरेंस विश्नोई के नाम पर 50 लाख की रंगदारी की मांग की गई है। फोन पर भेजे गए मैसेज में रुपये नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है। मामले को लेकर पीड़ित ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि अस्पताल जाने वाली सड़क का निर्माण जल्द पूरा नहीं हुआ तो ऐसी शर्मनाक घटनाएं बार-बार दोहराई जा सकती हैं। उन्होंने संबंधित निर्माण कंपनी की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए।
स्थानीय निवासियों ने बताया कि अस्पताल जाने वाली सड़क का निर्माण जल्द पूरा नहीं हुआ तो ऐसी शर्मनाक घटनाएं बार-बार दोहराई जा सकती हैं। उन्होंने संबंधित निर्माण कंपनी की मनमानी और प्रशासन की उदासीनता पर सवाल उठाए।