सब इंस्पेक्टर कुमार सत्यम ने बताया कि जब टीम शराब चेकिंग कर रही थी, तो स्थानीय लोगों ने अचानक हमला कर दिया। किसी तरह पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर मौके से भागने में सफल हुए। वहीं, स्थानीय लोगों ने पुलिस पर मारपीट करने का आरोप लगाया है।
राजस्थान के अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को लेकर हिंदू सेना ने दावा किया है कि यह स्थान पहले शिव मंदिर था। इस याचिका का आधार पूर्व न्यायिक अधिकारी हरबिलास शारदा की 1911 की पुस्तक है।
Udaipur City Palace Conflict: धूणी दर्शन के बाद अब उदयपुर राजघराने में स्टेटमेंट वार जारी हो गया है। दोनों ओर से एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। पढें क्या कुछ कहा गया।
अजमेर की ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में संकट मोचन महादेव मंदिर होने का दावा करते हुए अजमेर सिविल कोर्ट में लगाई गई याचिका को कोर्ट ने सुनने योग्य माना है।